दरअसल, एमराल्ड सोसाइटी की अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन की बैठक कर दमघोंटू माहौल से निवासियों को हो रही परेशानी का मुद्दा जोरशोर से उठाया गया। पदाधिकारियों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि एडिफिस कंपनी ने अंतिम ब्लास्ट से तीन दिन पहले नजदीकी इमारतों को ढकने की बात कही थी, लेकिन 15 दिन पहले ही जिओ फाइबर की मोटी चादरों से इमारतों को ढक दिया गया है। ऐसी स्थिति में घरों में रह पाना मुश्किल हो रहा है। 15 दिन पहले ही एमराल्ड और एटीएस विलेज सोसाइटी के टावरों को जिओ टेक्सटाइल फाइबर से ढक दिया गया है। इससे घरों में आने वाली धूप और हवा बाधित हो गई है। इमारतें ढक जाने से एसी भी काम नहीं कर पा रहे। लोगों ने कहा कि परेशानी हो रही है। साथ ही, इमारतों पर डाली गई चादरों से आग का खतरा भी बढ़ गया है।
यह भी पढ़े – उत्तर प्रदेश में मिलेगा 10 रुपए का बिजली कनेक्शन, बस पास होने चाहिए ये जरूरी दस्तावेज धमाके वाले दिन सुबह 8:30 बजे तक छोड़ने होंगे घर
28 अगस्त को सुबह 8:30 बजे तक हर हाल में चारों आवासीय इमारतों में रहने वालों को बाहर निकलना होगा। एमराल्ड सोसाइटी की एओए की बैठक के दौरान सलाह दी गई कि एक दिन पहले ही लोग अपने घरों को ताला लगाकर उनपर सील लगाने के बाद फोटो खींचकर एओए के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेज दें। बालकनी में रखे स्टैंड, गमले, बाल्टी आदि सामान को हटा दें, ताकि विस्फोट के दौरान यह सामान उड़कर किसी को चोट नहीं पहुंचाए। ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद शाम को सीबीआरआई की तरफ से क्लीयरेंस मिलने के बाद एओए की सुरक्षा एजेंसी मौका मुआयना करेगी। इसके बाद लोगों को वापस उनके घरों में जाने की अनुमति दी जाएगी।
28 अगस्त को सुबह 8:30 बजे तक हर हाल में चारों आवासीय इमारतों में रहने वालों को बाहर निकलना होगा। एमराल्ड सोसाइटी की एओए की बैठक के दौरान सलाह दी गई कि एक दिन पहले ही लोग अपने घरों को ताला लगाकर उनपर सील लगाने के बाद फोटो खींचकर एओए के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेज दें। बालकनी में रखे स्टैंड, गमले, बाल्टी आदि सामान को हटा दें, ताकि विस्फोट के दौरान यह सामान उड़कर किसी को चोट नहीं पहुंचाए। ट्विन टावर ध्वस्त होने के बाद शाम को सीबीआरआई की तरफ से क्लीयरेंस मिलने के बाद एओए की सुरक्षा एजेंसी मौका मुआयना करेगी। इसके बाद लोगों को वापस उनके घरों में जाने की अनुमति दी जाएगी।
पहले 25 को होगी मॉक ड्रिल
सुप्रीम कोर्च के आदेश के अनुसार ट्विन टावरों को 28 अगस्त को ध्वस्त किया जाएगा। इससे पहले 18 अगस्त को पुलिस, प्राधिकरण, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य, दमकल के अलावा अन्य विभागों और एडिफिस इंजीनियरिंग के अधिकारियों की बैठक होगी। इसके बाद 25 अगस्त को मॉक ड्रिल कर आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखा जाएगा।
सुप्रीम कोर्च के आदेश के अनुसार ट्विन टावरों को 28 अगस्त को ध्वस्त किया जाएगा। इससे पहले 18 अगस्त को पुलिस, प्राधिकरण, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य, दमकल के अलावा अन्य विभागों और एडिफिस इंजीनियरिंग के अधिकारियों की बैठक होगी। इसके बाद 25 अगस्त को मॉक ड्रिल कर आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखा जाएगा।