सोनिया धवन के भाई निखिल ने पत्रिका से बात करते कहा की वे जानते हैं कि ये लड़ाई कठिन होगी, लेकिन अपने बहन को इंसाफ दिलाने के लिए वह हर स्तर पर लड़ेंगे। निखिल ने पुलिस की भूमिका पर भी प्रश्न चिन्ह लगाए। उन्होंने कहा कि विजय शेखर को सबसे पहले फिरौती के लिए रोहित चोमल ने फ़ोन किया और 20 करोड़ की फिरौती मांगी। उसी के बयान के आधार पर सोनिया को गिरफ्तार किया गया, लेकिन अगर डेटा रोहित के पास है तो रोहित को गिरफ्तार करने से पहले सोनिया को कोलकाता में बैठे शख्स के बयान के आधार पर कैसे गिरफ्तार कर सकते हैं। विजय के भाई अजय ने मीडिया में बाइट दी कि इसमें कंपनी के 2 कर्मचारी देवेंद्र और राहुल अधाना शामिल हैं। देवेंद्र गिरफ्तार हुआ, लेकिन राहुल अधाना का नाम न तो शिकायत में है और न ही उसे गिरफ्तार किया गया। निखिल ने कहा कि फिरौती का पैसा रोहित चोमल के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया। क्या कोई अपराधी अपने अकाउंट में पैसा मंगाता है? क्या उसे टैक्स पे करना है?
निखिल का कहना है कि सोनिया का 8 साल का बच्चा पूछ रहा है कि उसकी मां बाप कहां हैं? क्या विजय जवाब दे सकते हैं। विजय क्यों नहीं सामने आते और बताते हैं कि उनका कौन सा डाटा चोरी हुआ है। उनका कहना है कि मीडिया में जो चल रहा है कि सोनिया को फ्लैट लेना था। सोचने वाली बात ये है कि सोनिया के पास कंपनी के इतने शेयर हैं। क्या वो इतने छोटे अमाउंट के लिए ये करेंगी। सोनिया जब जेल से बाहर आएंगी तो पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी। सोनिया को जब गिरफ्तार किया गया वो दफ्तर में काम कर रही थी। उसे पता तक नहीं था कि पुलिस उसे क्यों ले जा रही है। वो 10 साल से इस कंपनी में थी। एक महीने पहले वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया और अब उसे गिरफ्तार करवा दिया गया। उसने जो पाया अपनी काबिलियत से पाया।