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हाफिज चला रहा था रोहिंग्या गिरोह, मलेशिया में करता था महिलाओं की तस्करी नोएडा के सेक्टर 14ए कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीसीपी महिला और बाल सुरक्षा वृंदा शुक्ला ने दो आरोपियों नेपाल निवासी बुद्धिमान लामा और दिल्ली निवासी मोनू को पेश किया। डीसीपी ने बताया ये दोनों आरोपी व्हाट्सएप के माध्यम पहले लोगों से व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करते थे और देह व्यापार में लिप्त लड़कियों की अश्लील फोटो भेजते थे। इसके बाद ग्राहक से बात होने पर उसके पास युवती भेजने के नाम पर पांच से 20 हजार रुपये ऑनलाइन लेते थे। पैसे लेने के बाद आरोपी ग्राहक द्वारा बताई गई जगह पर युवती को छोड़ देते थे। वहीं, आरोपी युवती को डेढ़ हजार रुपये देते थे।
वृंदा शुक्ला ने बताया कुछ दिन पहले एक नंबर की सूचना मिली थी कि ऑनलाइन बुकिंग कर कॉल गर्ल की सप्लाई की जा रही है। इस सूचना पर गौतमबुद्ध नगर के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी देवेंद्र सिंह की यूनिट ने इस नंबर की जांच शुरू की तो सूचना सही पाई गई। इसके बाद आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस खुद ग्राहक बनी। कार्रवाई करने वाली टीम के एक पुलिसकर्मी ने आरोपियों के व्हाट्सएप नंबर पर ग्राहक बनकर युवती भेजने के लिए कहा। बातचीत होने के बाद दोनों आरोपी अपनी कार से दो युवतियों को लेकर सेक्टर-56 एक गेस्ट हाउस के पास पहुंचे और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
शुक्ला ने बताया बुद्धिमान लामा और दिल्ली निवासी मोनू पुलिस ने पास से दो युवतियों को बरामद किया है। इनमें एक युवती नेपाल तो दूसरी पश्चिम बंगाल के कोलकाता की रहने वाली है। युवतियों ने बताया कि उनसे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था। ऐसा न करने पर आरोपी धमकी देते थे। दोनों युवतियों को अलग-अलग आदमी दिल्ली लेकर आए थे। उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया था।