यह भी पढ़े – UP Board Result 2022 Updates: क्या आज आएगा यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट? आया बड़ा अपडेट नोएडा और गाज़ियाबाद में खास सतर्कता बता दें कि नोएडा में कोरोना के एक्टिव मामले और नए मामले अभी तक प्रदेश में टॉप 3 के अंदर रहे हैं। फिर चाहें बात राजधानी लखनऊ की हो या फिर दिल्ली से सटे नोएडा या फिर गाजियाबाद की। इन बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्वास्थ्य विभाग से दिल्ली से सटे आसपास के इलाकों में सतर्कता और लोगों को खास ध्यान देने लिए कहा था। वहीं नोएडा में बढ़ते मामले को लेकर सीएमओ सुनील कुमार शर्मा बताते है कि जिले में फिलहाल अभी कोरोना संक्रमित की हालत स्थिर है। एक्टिव मरीजों में से 4 मरीज कोविड अस्पतालों में भर्ती हैं, बाकी सभी होम आइसोलेशन में है।
यह भी पढ़े – जब कुर्ते पर शिकायत लिखकर एडीजी कार्यालय पहुंचा युवक, खुद एडीजी भी रह गए दंग, जानें पूरा मामला एसीएमओ ने बढ़ते मामलों पर कहा ये बता दें की कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जांच भी तेजी से हो रही है। इसको लेकर जिला एसीएमओ डॉ. शिरीष जैन ने बताया कि हर दिन लगभग ढाई हजार से तीन हजार तक लोगों कि जांच की जा रही हैं। लेकिन इस बीच संक्रमण बढ़ने कि साफ वजह नहीं समझ आ रही है। लोगों ने मामलों के कम होने के साथ लापरवाही बरतना शुरू कर दिया है। बाजारों में और पब्लिक प्लेस पर लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नजर आते हैं।
टीकाकरण है बचने का उपाय नोएडा में प्रदेश में सबसे ज्यादा टीकाकरण हुआ है। इसे लेकर जिला टीकाकरण इंचार्ज डॉ सुनील दोहरे ने बताया कि कोरोना से बचने के लिए टीका करण कारगर साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि 8 जून को 593 लोगों का टीकाकरण किया गया है। उससे पहले 7 जून को 1824 लोगों का टीकाकरण किया गया था। जिले में 12 से 14 साल के बच्चों का तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। इसके साथ बूस्टर डोज भी लगाई जा रही है।