पिछले कुछ सालों में लोग सड़क पर शहर में छोटा-मोटा समान बेच कर अपना परिवार का पेट पाल रहे है। उधर, नोएडा अथॉरिटी ने शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया हुआ है। इसका लोग विरोध कर रहे है। रेहड़ी पटरी लगाने वालों का कहना है कि शहर के हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
रेहड़ी पटरी वाले वेंडर पॉलिसी लाकर अथॉरिटी की तरफ से खुद को नियमित कराने की मांग कर रहे है। आरोप है कि इससे पहले भी रेहड़ी पटरी वालों को जगह आवंटित करने के लिए फॉर्म भी जमा कराए गए थे, लेकिन अभी तक कोई कोई नतीजा नहीं निकला। गंगेश्वर दत्त का कहना है कि नोएडा अथाॅरिटी को इस संकट के लिए सटीक रास्ता तलाशना चाहिए।