शिलान्यास और जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को देखते हुए सीआरपीसी के तहत धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके चलते अब बिना इजाजत के प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी। ना ही निजी ड्रोन उड़ाए जा सकेंगे। वहीं, कोई अपने साथ हथियार भी नहीं रख सकेगा, सिवाय सुरक्षा बलों के। 25 नवंबर को सुबह से ही कार्यक्रम स्थल से करीब 10 किलोमीटर की परिधि सुरक्षा घेरे में रहेगी। कार्यक्रम को देखते हुए जिलेभर में जांच तेज कर दी गई है। पुलिस संदिग्धों पर नजर रख रही है। होटलों और ढाबों पर आने-जाने वालों व आसपास के गांवों पर पुलिस, खुफिया एजेंसियां निगाह गड़ाए हैं। पुलिस और फोर्स को विभिन्न कॉलेजों में ठहराया गया है।
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प्रधानमंत्री के शिलान्यास व जनसभा स्थल पर किसी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन एहतियातन कई नेताओं पर पहरा बिठाकर नजरबंद कर सकता है। इसमें कई किसान नेता और राजनीतिक पार्टियों के नेता भी हो सकते हैं। डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने कुल 241 हिस्ट्रीशीटर का थाना स्तर पर 35 टीमों के माध्यम से पता किया है। जांच के दौरान 144 हिस्ट्रीशीटर उपस्थित/शान्त, 36 हिस्ट्रीशीटर जेल में, 37 हिस्ट्रीशीटर लापता और आठ हिस्ट्रीशीटर की मृत्यु होना पाया गया है। शेष 16 लापता हिस्ट्रीशीटर के संबंध में पुलिस टीमें अलग से जांच कर रही हैं।