आशंका जताई जा रही है कि इस दुर्घटना में कुछ और जान हानि भी हुई हाे। फिलहाल दमकलकर्मियों की टीमें आग काे बुझाने में लगी हुई है। फायर ऑफिसर अरुण कुमार ने पूछने पर बताया कि आग काफी भयंकर है। लपटों पर काबू पाना पहली प्राथमिकता है। लपटों पर काबू पा लिए जाने और पूर्ण रूप से आग बुझा लिए जाने के बाद सर्च अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद ही यह पता चला सकेगा कि कहीं कोई और कैजुअल्टी तो नहीं हुई है। उनका कहना है कि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है।
यह दुर्घटना दोपहर करीब दाे बजे हुई। सेक्टर 65 के निकट बहलोलपुर में झुग्गी झोपडियों तथा कबाड़ के गोदाम में आग लग गई। तेज हवाओं के कारण आग तेजी से फैलती गई और कबाड़ के गोदाम के आस-पास की झुग्गियों को अपनी चपेट में लिया। वहाँ फैले प्लास्टिक की पन्नी, बोतलों, आदि कबाड़ के ढेर के कारण आग तेजी से झुग्गियों भाग में फैल गई। झुग्गियों में रहने वाले लाेगाें ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जब तक दमकलकर्मियों की टीमें माैके पर पहुंची हालात बेकाबू हो गए। 100 से अधिक झुग्गियां पूरी तरह से जल गई और दो बच्चे जिंदा ही जल गए।
नोएडा सेंट्रल के डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया की इस हादसे में करीब 150 झुग्गियों के जलने और दो बच्चों के मौत होने की जानकारी है। फायर ब्रिगेड टीमें समय से माैके पर पहुंच गई थी लेकिन एक झुग्गी में गैस सिलेंडर फटने से और तेज हवाओं के कारण लपटें तेजी से फैल गई। जिन दाे बच्चों के शव मिले हैं वह झोपड़ी के अंदर साे रहे थे।
सीएफ़ओ अरुण कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए 17 फायर टेंडर और चार एसएसओ भेजे गए। आग का क्षेत्र काफी बड़ा था इसमें झोपड़ियों से कहीं अधिक प्लास्टिक की पन्नी, बोतलों,आदि कबाड़ के ढेर जगह-जगह फैले थे जिसके कारण आग तेजी बड़े भाग में फैल गई। 17 गाड़ियों की मदद से लगभग दो घंटे में आग की भयंकर लपटों पर भारी मशक्कत के बाद नियंत्रण पाया गया। आग को पूर्ण रूप से बुझाने का काम जारी है।