जल्द ही गति पकड़ेगा मानसून मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि इस बार वेस्ट यूपी और दिल्ली-एनसीआर मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में आएगा। भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक एन सुभाष कहते हैं कि इस बार प्री-मानसून के नाम पर नाम मात्र की बारिश हुई है। उनका कहना है कि सामान्य तौर पर मानसून 30 जून तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आ जाता है। वहीं मौजूदा समय में मानसून को तक देश के करीब 70 फीसदी हिस्से को कवर कर लेता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका है। उन्होंने बताया कि मानसून अभी तक तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक के साथ उत्तर-पूर्व में ही सक्रिय हो सका है। जल्द ही मानसून के गति पकड़ने के आसार हैं।
यह भी पढ़ें
यूपी में मौसम ने ली करवट, बारिश से मौसम हुआ सुहाना
वायु तूफान के कारण मानसून की रफ्तार धीमी मौसम वैज्ञानिक एन सुभाष कहते हैं कि इस बार प्री-मानसून की बारिश बेहद कम है। इसकी मुख्य वजह ग्लोबल वार्मिंग है। मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो मेरठ समेत आसपास के क्षेत्रों में इस बार मात्र 4 मिलीमीटर बारिश ही दर्ज की गई है, जो बहुत कम है। वे कहते हैं कि सामान्य तौर पर प्री मानसून में 110 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए। इस बार वायु तूफान ने मानसून की रफ्तार को धीमा कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस बार कम बारिश हो सकती है, जिससे किसानों को निश्चित तौर पर नुकसान होगा। यह भी पढ़ें