पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से देवरिया की रहने वाली किशोरी ने बताया कि उसके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। नोएडा में रहने वाली आरोपी महिला का देवरिया में ही मायका है। कुछ महीने पहले वह उसके गांव आई थी। वहां उसने मेरे परिजनों को मुझे काम पर रखने की बात कही और चार हजार रुपये महीने देने की बात कहते हुए अपने साथ नोएडा ले आई, लेकिन उसने घर के काम के बजाय उसे जिस्मफरोसी के धंधे में उतार दिया। पीड़िता का कहना है कि घर में रोजाना नए-नए लोग आते हैं। उनके आते ही मुझे नशे की दवा दे दी जाती थी और उसके बाद मेरे साथ गलत काम किया जाता था। गलत काम की वजह से वह चार माह की गर्भवती भी हो गई।
इसी बीच एक दिन उसने हिम्मत जुटाई और भागकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई। जहां एक राहगीर को मेरी हालत पर तरस आ गया। उसने मेरी जानकारी महिला आयोग को दे दी। उसके बाद पीड़िता को कमला मार्केट थाने ले जाया गया। जहां मेडिकल जांच के बाद पीड़िता को पुलिस ने शेल्टर होम भेज दिया। दिल्ली पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज करते हुए केस नोएडा पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है। फिलहाल नोएडा पुलिस जांच में जुटी है।