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दरअसल, 2014 तक शाओमी भारत के बाजार में अपने मोबाइल की सिर्फ ऑनलाइन बिक्री करती थी। तब भारतीय बाजार में शाओमी की हिस्सेदारी मात्र 1.4 फीसदी थी। तभी आईआईटी और आईआईएम से डिग्री हासिल करने वाले मनु जैन ने चीनी कंपनी का दामन थामा। बस फिर क्या था, उन्होंने पांच वर्षों में कंपनी को देखते-देखते भारतीय बाजार में टॉप पर लाकर खड़ा कर दिया। वहीं काउंटरप्वाइंट रिसर्च की मानें तो भारतीय बाजार में शाओमी की हिस्सेदारी 28 फीसदी तक पहुंच गई है। जबकि, आईडीसी की रिपोर्ट कहती है कि इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान भारत के स्मार्टफोन बाजार में शाओमी की हिस्सेदारी 27.1 फीसदी हो गई और दूसरे नंबर पर खड़ी सैमसंग कंपनी की हिस्सेदारी 18.9 फीसदी रही। शाओमी ने इस तिमाही में 1.26 करोड़ स्मार्टफोन का शिपमेंट किया, जो कि एक रिकार्ड है। वहीं कंपनी सालाना 8.5 फीसदी की ग्रोथ ले रही है। यह भी पढ़ें