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Big breaking: इस जिले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की मीटिंग में हुआ हंगामा, मची भगदड़ बैठक में सबसे पहले कैराना और नूरपुर की हार का मुद्दा छाया रहा। दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने विपक्ष को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से साफ कर दिया था। लेकिन 31 मई को कैराना और नूरपुर में आए हार के नतीजों ने पीएम मोदी के मिशन-2019 के लिए चुनौती पेश कर दी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि 2019 के चुनाव की रणनीति पश्चिमी उत्तर प्रदेश को केंद्रित करके होगी। वेस्ट यूपी फतह का ताना-बाना बुना जा रहा है।
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यूपी के इस जिले में एसएसपी ने लिया ये बड़ा एक्शन तो दिन निकलते ही दौड़ते नजर आए थानेदार क्षेत्रीय कार्यशाला में बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे की मौजूदगी में पश्चिम के सभी सांसद और विधायक पहुंचे। दिल्ली रोड स्थित होटल ड्राइविंग 24 में कार्यशाला का शुभारंभ 12 बजे किया गया। समीक्षा बैठक के प्रारम्भ से ही कैराना और नूरपुर की सीटों पर उपचुनाव में हुई पार्टी की हावी रही। कुछ भाजपा विधायक और सांसदों ने कहा कि हमारे वोट बैंक में इजाफा हुआ है, लेकिन इसके बावजूद हम हार गए। इस बैठक में महागठबंधन की चुनौतियां पर चर्चा की गई। साथ ही उनसे पार पाने के लिए क्या-क्या रणनीति अपनानी चाहिए इस पर भी चर्चा हुई। बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सांसद, विधायकों के अलावा संगठन के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
यह भी देखें-बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की बैठक में हंगामा बैठक के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्रनाथ पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विकास को जनता पसंद कर रही है। कैराना-नूरपुर के उपचुनाव में हार अलग मुद्दा है, लेकिन अगर देखा जाए तो भाजपा के वोटों में इजाफा हुआ है। इस हार की क्या रहीं परिस्थितियां व कारण रहे इस पर मंथन किया जा रहा है। 2019 के लिए हम नई रणनीति तैयार कर रहे हैंं, उसी रणनीति के तहत पार्टी चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुरादाबाद में आयोजित क्षेत्रीय कार्यशाला में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के समीकरणों के आधार पर ही ताना बाना बुना जा रहा है और इसीलिए हम लोग इकट्ठे हुए, जिसमें संगठनात्मक सुधार, मतदाता सूची पुनरीक्षण, बूथ संपर्क अभियान आदि पर चर्चा की गई।