यह भी पढ़ें- शिवरात्रि से पहले काशी में 14 राज्यों से आई महिलाओं ने किया शिव तांडव पाठ, देखें वीडियो पंडित चंद्रशेखर शर्मा के अनुसार, महाशिवरात्रि इस साल त्रयोदशी के बीच से शुरू होकर चतुर्दशी में आएगी। 11 मार्च की रात 09 बजकर 45 मिनट तक नक्षत्र धनिष्ठा का योग रहेगा और उसके बाद शतभिषा नक्षत्र लगेगा। वहीं, 09 बजकर 24 मिनट तक शिव योग और उसके बाद सिद्ध योग लगेगा। पंडित चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि 11 मार्च की दोपहर 12.34 पर बुध कुंभ राशि में प्रवेश करेगा और 1 अप्रैल की रात 12.44 तक कुंभ राशि में ही रहेगा। उन्होंने बताया कि बुध ज्योतिष विद्या, शिल्प, वाणिज्य, कम्प्यूटर और चतुर्थ और दसवें स्थान के कारक हैं। इसका सीधा असर दिमाग से मेहनत करने वाले कार्य और वाणी से प्रभावित काम पर पड़ेगा। महाशिवरात्रि पर बन रहे दुर्लभ योग के कारण नीचे दी गई पांच राशियों के जातकों के लिए अपार धन लाभ का योग बन रहा है।
वृष राशि पंडित चंद्रशेखर शर्मा के अनुसार, वृष राशि के दसवें स्थान पर बुध का गोचर होगा। इसके असर से करियर में सफलता के योग बनेंगे और पिता के जीवन में तरक्की होगी। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति हर तरह से बेहतर बनेगी।
मिथुन राशि मिथुन राशि के नवम स्थान पर बुध का गोचर होगा। इससे संतान का सुख प्राप्त होगा। भाग्य साथ देगा। स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। इसके साथ ही धन कमाने के लिए की गई मेहनत में सफलता मिलेगी।
कन्या राशि कन्या राशि के छठवें स्थान पर बुध गोचर करेंगे। इसके प्रभाव से आपका कहा हर शब्द प्रभावशाली होगा। धैर्य बनाए रखने से लाभ लाभ होगा। मित्रों की संख्या के साथ आपके धन में भी बढ़ोतरी के संकेत हैं।
धनु राशि धनु राशि के तीसरे स्थान पर बुध गोचर करेंगे। इसके प्रभाव से भाई-बहनों के साथ रिश्ते प्रगाढ़ होंगे। भाई-बहनों का हर कार्य में आपका सहयोग करेंगे। वहीं, आर्थिक रूप से 1 अप्रैल तक का वक्त आपको धनलाभ की प्राप्ति का कारक बनेगा।
कुंभ राशि कुंभ राशि के पहले स्थान पर बुध गोचर करेंगे। इसके प्रभाव से राजा की तरह आपको सुख की प्राप्ति होगी। इस दौरान जीवनसाथी के संग संबंध प्रगाढ़ होंगे। हर प्रकार के भौतिक सुख की प्राप्ति होगी। आपको धन से संबंधित किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी।