पिछली सरकारों की कमियों का किसानों ने भुगता खामियाजा
हिन्दुस्तान समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार,
सीएम योगी ने बातचीत के दौरान किसानों से कहा ”हमने पिछली सरकार की कमियों में काफी सुधार किया, लेकिन समस्याएं इतनी खराब स्थिति में पहुंची हुई हैं कि अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। जो मामले कोर्ट में लंबित हैं, उनमें तो सरकार कुछ कर नहीं सकती, क्योंकि कोर्ट स्वतंत्र है। लेकिन जो मामले सरकार या अथॉरिटी के पास लंबित थे। उन समाधान करवाया जा चुका है। योगी ने आगे कहा “पिछली सरकार की खामियों का नतीजा सबको भुगतना पड़ा। किसानों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।
दो चरणों में अधिग्रहित हो चुकीं किसानों की जमीनें
जेवर एयरपोर्ट को लेकर सीएम योगी ने कहा “मैंने यमुना अथॉरिटी के सीईओ और क्षेत्रीय विधायक को लखनऊ बुलाया है। मैंने उनसे ये कहा भी है कि किसानों की समस्याएं प्राथमिकता से निपटाएं। कोई भी समस्या बाकी नहीं रहनी चाहिए। जेवर एयरपोर्ट के लिए हमने पहले फेज के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की। उसका मुआवजा 2300 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से किसानों को दिया जा चुका है। दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई। इसका मुआवजा 3100 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से किसानों को दिया गया।
तीसरे चरण में बढ़ाई गई मुआवजे की राशि
सीएम योगी ने किसानों को बताया “जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का अब तीसरा फेज चल रहा है। जेवर एयरपोर्ट पर पांच रनवे तैयार होना है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। तीसरे फेज में जमीन अधिग्रहण के लिए हमने जमीन का रेट बढ़ाया है। जो 3100 रुपए प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर 4100 रुपए किया गया है। इस तरह 2300 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़कर हम 4100 रुपये तक पहुंच गए हैं।”
पांच हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तक खरीदी जाएगी जमीन
सीएम योगी ने आगे कहा “इसे अंतिम रेट न समझें। भविष्य में इसे बढ़ाते हुए 4500 रुपये प्रति वर्ग मीटर तक किया जा सकता है।” सीएम योगी ने बताया “मैंने यमुना डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ को कहा है कि आप जो जमीन का मूल रेट है उसे बढ़ाकर 4500 कर दीजिए। साथ ही यह संकेत भी दिया है कि यह रेट 5000 रुपए तक जा सकता है।”