रोजगार डिप्टी सीएम के नाम से किया था फोन चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने प्रदेश के डिप्टी सीएम को फोन कर काम करवाने की कोशिश की थी। जिसके बाद शिकायत मिलने पर डीजीपी ओपी सिंह ने गाजियाबाद के एसएसपी को मामले की जांच करने के आदेश दिए थे। इसके बाद ही आयोग ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था। आरोप है कि चौधरी ने गुजरात के पूर्व सीएम शंकर सिंह बाघेला और पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम से भी फोन किया था। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के दौरान उनके कब्जे से एक मर्सडीज कार बरामद की गई है। इसके साथ ही पांच सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं।
देखें वीडियो : अब इस वजह से बढ़ सकत हैं पीएम मोदी व सीएम योगी मुश्किलें कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुआ था अफजल बता दें कि अफजल चौधरी कांग्रेस सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की एक कमेटी में सदस्य रह चुका है। हाल ही में वह भाजपा में शामिल हुआ था और सदस्यता लेने के साथ ही उसे यूपी अल्पसंख्यक आयोग में सदस्य बना दिया गया।
जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने बताया कि अल्पसंख्यक आयोग का बर्खास्त सदस्य अफजलल जिले के अधिकारियों पर खूब दबाव डालता था। अधिकारियों को वह नाम और पद बदलकर फोन करता और जमीन पर कब्जे के लिए दबाव बनाता था। इसकी शिकायत शासन में भी की गई थी।