Oxygen Crisis : जानिये क्या है ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और कोरोना संक्रमितों के लिए है कितना कारगर
छोटे क्लीनिक्स के साथ ही होम आइसोलेशन में भी आसानी से कर सकते हैं Oxygen Concentrator Machine का इस्तेमाल, हल्के और मध्य लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है Oxygen Concentrator
छोटे क्लीनिक्स के साथ ही होम आइसोलेशन में भी आसानी से कर सकते हैं Oxygen Concentrator Machine का इस्तेमाल।
पत्रिका न्यूज नेटवर्क नोएडा. ऑक्सीजन किल्लत (Oxygen Crisis) को लेकर इन दिनों देशभर में हाहाकार मचा हुआ है। इसी वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों को डॉक्टर की सलाह पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (Oxygen Concentrator) खरीदने पर नियमानुसार प्रतिपूर्ति की सुविधा अनुमन्य करने का निर्देश दिया है। कोरोना (Coronavirus) संक्रमित होने पर ऑक्सीजन का स्तर (Oxygen Level) कम होने पर कर्मचारी या उनके परिवार के सदस्य ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन का लाभ उठा सकेंगे। इस नई मशीन की खासियत यह है कि छोटे क्लीनिक्स के साथ ही होम आइसोलेशन में भी इसका आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। आइये आपको बताते हैं कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन क्या है और यह कोरोना संक्रमित रोगी के लिए कितनी कारगर है?
यह भी पढ़ें- Oxygen Crisis: ऑक्सीजन कंसंट्रेटरबाजार से गायब, अचानक मांग बढ़ने से पूरा स्टॉक खत्मऑक्सीजन कंसंट्रेटर क्या है? (What is Oxygen Concentrator) दरअसल, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एक पोर्टेबल मशीन है, जो बिजली की मदद से चलती है। यह राेगियोंं के लिए हवा से ऑक्सीजन बना सकती है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का इस्तेमाल उन जगहों पर अधिक होता है, जहां प्रेशराइज्ड ऑक्सीजन और लिक्विड ऑक्सीजन प्रयोग करने में असुविधा होती है। डॉक्टराें के क्लीनिक या घरों में इसका इस्तेमाल अधिक किया जाता है।
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कैसे काम करती है? (Oxygen Concentrator How it Works) ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हवा फिल्टर करते हुए ऑक्सीजन गैस बाहर निकालता है, जिसका इस्तेमाल आवश्यकतानुसार रोगी कर सकते हैं। विशेषज्ञोंं के अनुसार, पर्यावरण में 78 प्रतिशत नाइट्रोजन गैस और 21 प्रतिशत ऑक्सीजन के साथ एक प्रतिशत अन्य गैस होती हैं। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर इस हवा को अंदर लेकर फिल्ट्रेशन करता है और नाइट्रोजन को वापस हवा छोड़ककर मरीज को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाता है। मरीज एक ट्यूूब के जरिये इस ऑक्सीजन गैस का इस्तेमाल सांस लेने में कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें- मेनका गांधी का सुलतानपुर को गिफ्ट, आक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू, ट्राइडेंट को मिली जिम्मेदारी, भूमि का हुआ चयनएक मिनट में कितनी लीटर ऑक्सीजन? मार्केट में इस समय छोटे-बड़े दोनों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की भारी डिमांड है। विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि छोटे पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एक मिनट में दो लीटर तक ऑक्सीजन उपलब्ध करवाते हैं। जबकि बड़े कंसंट्रेटर पांच से दस लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकते हैं। हालांकि इनसे जो ऑक्सीजन प्राप्त होती है, वह 90 से 95 प्रतिशत तक शुद्ध होती है। वहीं, अधिकतम रेट पर सप्लाई करने सेे शुद्धता में कमी आने की संभावना रहती है।
कोरोना संक्रमितों केे लिए कितना कारगर?विशेषज्ञ डॉक्टर प्रवीण पुंडीर का कहना है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हल्के और मध्य लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। खास तौर से जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 85 फीसदी या उससे अधिक हो। वहीं, गंभीर स्थिति वाले कोरोना संक्रमित मरीज, जो आईसीयू में भर्ती हों उनके लिए यह कारगर नहीं है। क्योंकि उन्हें प्रति मिनट 24 लीटर या उससे भी अधिक ऑक्सीजन की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि जब तक संक्रमित मरीज के लिए सिलेंडर की व्यवस्था नहीं हो सके, तब तक कंसंट्रेटर जान बचाने में उपयोग कर सकते हैं।