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काला, Black : काला रंग हिंदू धर्म के किसी भी शुभ कार्य में मनाही है। यह रंग अशुभता का प्रतीक है। इस रंग का प्रयोग मंगलसूत्र के दानों के अलावा कपड़ों या श्रृंगार में न करें।
सफेद, White : किसी भी सुहागन को सफेद रंग पहनने की मनाही रहती हैं। वैसे तो सफेद शांति और सौम्यता का प्रतीक है लेकिन इस रंग का प्रोयग सुहाग के लिए रखे जाने वाले व्रत और श्रृंगार के पर्व पर वर्जित माना जाता है। करवा चौथ के व्रत के दिन महिलाओं को किसी अन्य व्यक्ति को शकर, दूध, दही, चावल और सफेद वस्त्र भी नहीं देने चाहिए।
नीला, Blue : नीले रंग को रॉयल कलर कहते हैं। लेकिन उत्तरप्रदेश और राजस्थान के कुछ भागों में मोर की गर्दन वाले नीले रंग को पूजा कार्यों में नहीं शामिल किया जाता है। इसलिए नीले रंग को भी करवा चौथ में प्रयोग में नहीं लाना चाहिए।
भूरा, Brown : यह रंग राहु और केतु का प्रतिनिधित्व करता है। अत: भूरे रंग से भी यथासंभव बचें। ये भी पढ़ें :Diwali 2018 : बस इतने दिन बचे हैं दिवाली को, तैयारियां शुरू, दीपावली से पहले जाने कुछ खास बातें
हिंदू धर्म में लाल, पीला, हरा, गुलाबी, महरुन, शोख रंगो का ज्यादा महत्व होता है। उसमें भी व्रत और शुभ कार्यों के लिए तो महिलाओं के लाल रंग के परिधान ही पहनने चाहिए। इसके साथ ही कुछ लोगों का मानना है कि करवा चौथ के दिन महिलाएं अपनी शादी का जोड़ा पहने तो और अच्छा होता है।