यह भी पढ़ेंः मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, भारी बारिश व तूफान से यूपी के इन जिलों में बन सकते हैं बाढ़ के हालात बता दें कि 22 मई को सेक्टर-62 स्थित एक स्कूल में लोरी बच्चों को जूडो कराटे की ट्रेनिंग देकर वह स्कूटी से घर लौट रही थीं। जब वह सेक्टर-12/22 रेड लाइट से आगे बृजवासी होटल के पास पहुंचीं। उसी दौरान तेज रफ्तार डीटीसी बस ने स्कूटी में पीछे से टक्कर मार दी। हादसे के दौरान लोरी का एक पैर बस के टायर के नीचे आ गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसके बाद इलाज के दौरान छात्रा का पैर काटना पड़ा था।
यह भी पढ़ेंः VIDEO: छेड़छाड़ के विरोध में मां-बेटी ने एसपी ऑफिस पर खाया सल्फास, एक पुलिस अधिकारी निलंबित 17 वर्षीय लोरी अपने परिवार के साथ सेक्टर-10 में रहती हैं। वह सेक्टर-12 स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में 12वीं की छात्रा हैं। कराटे में ब्लैक बेल्ट होने के साथ लोरी नेशनल और स्टेट लेवल पर कई मेडल हासिल कर चुकी हैं। हादसेे से पहलेे लोरी पढ़ाई के साथ स्कूल व नोएडा स्टेडियम में बच्चों को कराटे की ट्रेनिंग देकर घर का खर्च चलाती थी। लोरी के पिता का कहना है कि जिला प्रशासन ने उस समय आर्थिक सहयता और नौकरी देने का वादा किया था। लेकिन दो माह बीत जाने के बाद अभी भी चक्कर काटने को मजबूर है। लोरी की मां नीलम का कहना है कि सिटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें नौकरी दिलाने का लिखित अश्वासन दिया था। प्रशासन की तरफ से सहायता के नाम पर व्हील चेयर दी है।