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बड़ी खबर: महागठबंधन से पहले ही सपा को कांग्रेस का बड़ा झटका, इस चुनाव में इस दल से कर रही तालमेलनामांकन से लेकर पूरी चुनावी प्रक्रिया का नोटिफिकेशन जल्द ही जारी होगा। जिले में अभी से आचार संहिता लागू हो गई है। आपको बता दें कि कैराना लोकसभा सीट से सांसद रहे भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता हुकुम सिंह का 3 फरवरी को नोएडा के जेपी अस्पताल में बीमारी के बाद निधन हो गया था। वे कई दिन तक यहां अस्पताल में भर्ती रहे थे। इसके अलावा नूरपुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रहे लोकेंद्र चौहान का एक भीषण सड़क दुर्घटना में 20 फरवरी को निधन हो गया था। लोकेंद्र चौहान इस सीट से लगातार दूसरी बार विधायक थे। अब इस सीट से उनकी पत्नी अवनी सिंह को भाजपा प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
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बड़ी खबर: यूपी में इस घटना के बाद उठी पीएम मोदी और सीएम योगी के इस्तीफे की मांग लोकसभा एवं विधानसभा उपचुनाव कार्यक्रम03 मई से 10 मई तक होगें नामंकन
11 को होगी नामांकन पत्रों की जांच
14 मई को होगी नाम वापसी
28 मई को मतदान
31 मई को होगी मतगणना यह भी देखें-मुस्लिम युवती के प्रेम में युवक ने बदला धर्म
कैराना लोकसभा सीट
हुकुम सिंह कई बार कैराना विधानसीट से भाजपा विधायक रहे। 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने यहां जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी की ओर से उनकी बेटी मृगांका सिंह का नाम प्रत्याशी के तौर पर लगभग तय है, बस उसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है। जबकि सपा, रालोद व कांग्रेस में अभी मंथन जारी है। कैराना लोकसभा क्षेत्र में शामली जिले की तीन विधानसभा सीटें शामली, कैराना और थानाभवन शामिल हैं। जबकि दो विधानसभा सीट सहारनपुर जिले की गंगोह और नकुड़ शामिल हैं। करीब 16 लाख मतादाता एक बार फिर इस लोकसभा उपचुनाव में अपना सांसद चुनेंगे। इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका निर्णायक रहेगी।
हुकुम सिंह कई बार कैराना विधानसीट से भाजपा विधायक रहे। 2012 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने यहां जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी की ओर से उनकी बेटी मृगांका सिंह का नाम प्रत्याशी के तौर पर लगभग तय है, बस उसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है। जबकि सपा, रालोद व कांग्रेस में अभी मंथन जारी है। कैराना लोकसभा क्षेत्र में शामली जिले की तीन विधानसभा सीटें शामली, कैराना और थानाभवन शामिल हैं। जबकि दो विधानसभा सीट सहारनपुर जिले की गंगोह और नकुड़ शामिल हैं। करीब 16 लाख मतादाता एक बार फिर इस लोकसभा उपचुनाव में अपना सांसद चुनेंगे। इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की भूमिका निर्णायक रहेगी।