यह भी पढें : राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में जीत पर इस कांग्रेसी नेता ने दिया चौंकाने वाला बयान बता दें कि जोगिंदर अवाना ने बसपा के टिकट पर नदबई से चुनाव लड़ा। यहां उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती थी। कारण, यहां उनका मुकाबला था प्रदेश की पर्यटन मंत्री और बीजेपी नेता कृष्णेंद्र कौर दीपा से, जो 3 बार से विधायक रही हैं। वहीं कांग्रेस ने हिमांशु कटारा को चुनाव मैदान में उतारा। जोगिंदर अवाना ने भाजपा की कृष्णेंद्र कौर को करारी शिकस्त दे दी।
जोगिंदर अवाना का कहना था कि इस सीट पर लगातार तीन बार चुनाव जीतने के बाद भी भाजपा की पूर्व विधायक कृष्णेंद्र कौर दीपा ने कोई काम नहीं कराया। कोटा के बाद राजस्थान का सबसे बड़ा शिक्षण केंद्र होने के बावजूद भी नदबई में एक भी यूनिवर्सिटी नहीं है। इसके साथ ही क्षेत्र में बिजली पानी का भी संकट है। इन सब मुद्दों को आधार पर उन्होंने यहां चुनाव लड़ा है।
जानकारी के लिए बता दें कि नदबई में 80 हजार जाट, 55 हजार एससी, 17 हजार गुर्जर और बाकी अन्य जातियों के लोग हैं। सीट में 325 गांव हैं और कुल 290 बूथ हैं। नदबई विधानसभा क्षेत्र में 28 नवंबर को मतदान हुआ था। जिसमें 95011 पुरुष और 83634 महिला मतदाताओं ने मतों का इस्तेमाल किया था।
अवाना पर हुआ था हमला उल्लेखनीय है कि जोगिंदर सिंह अवाना पर तीन दिसंबर देर रात्रि अज्ञात 5-6 लोगों ने हमला कर दिया था। इस दौरान हमलावरों ने उनकी कार का शीशा तोड़ा और उनके साथ मारपीट की। जिसकी रिपोर्ट नदबई थाना पुलिस को दी गई।