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उन्होंने कहा है कि यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (Yamuna International Airport Private Limited) में उत्तर प्रदेश सरकार के दो और विकासकर्ता ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के तीन प्रतिनिधि शामिल हैं। याेगी सरकार ने नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह व नायल के सीईओ अरुण वीर सिंह को प्रतिनिधि बनाया है। इसके साथ ही एसपीवी को जेवर एयरपोर्ट के निर्माण की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया है। बता दें कि सीएम योगी के निर्देश पर निर्धारित समय पर कार्य करते हुए विभाग ने एसपीवी गठन के बाद पर्यावरण की अनुमति के लिए भी कार्यवाही शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि 28 जनवरी को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय में पर्यावरण क्लीयरेंस के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक होगी। इस बैठक में निदेशक सुरेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से शामिल होंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में ही क्लीयरेंस मिल सकता है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने दो रन-वे के स्थान पर छह रन-वे के विस्तार की कार्यवाही भी शुरू कर दी है।
योगी सरकार के प्रवक्ता का कहना है कि जेवर एयरपोर्ट चीन को पछाड़ते हुए एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। इससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति के साथ ही रोजगार और व्यापार के अवसर भी बढ़ेंगे। बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट सऊदी अरब का दामम के किंग फ हद इंटरनेशनल एयरपोर्ट 77,600 हेक्टेयर जमीन पर बना है। इस तरह चीन के शंघाई प्रांत का इंटरनेशनल एयरपोर्ट एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट है, जो करीब 3988 हेक्टेयर में है। वहीं, जेवर में करीब 5000 हेक्टेयर में प्रस्तावित एयरपोर्ट पर 2022-23 में फ्लाइट्स का संचालन शुरू हो जाएगा। जेवर में बनने वाला यह एयरपोर्ट चीन से भी बड़ा होगा।