यह भी पढ़े – गर्लफ्रेंड संग रोमांस कर रहे थे BJP नेता, बीवी ने देखते ही चप्पलों से की धुनाई एक्स्प्लोसिव इलेक्ट्रिकल वायर लगाने का काम शुरू अधिकारियों का कहना है कि पिलरों में एक्स्प्लोसिव इलेक्ट्रिकल वायर लगाने का काम दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब वायरिंग का काम अहम होगा। इसके लिए हर एक पिलर से एक वायर निकाला जाएगा। फिर हर फ्लोर पर सभी वायर का कनेक्शन एक हो जाएगा। यहीं स्थिति प्राइमरी और सेकेंडरी ब्लास्ट फ्लोर दोनों पर रहेगी। आखिरी में दो वायर वाला एक केबल ट्विन टावर परिसर के बाहर कोने पर लाया जाएगा। यहां पर बैटरी से कनेक्शन कर स्विच वायर जोड़ा जाएगा। फिर आगे रिमोट या स्विच निकाल कर ब्लॉस्ट होगा।
यह भी पढ़े – UP बोर्ड ने दी राहत, 10वीं-12वीं के रजिस्ट्रेशन में ‘आधार’ की अनिवार्यता खत्म की 13 अगस्त से शुरू हुआ था विस्फोटक लगाने का काम गौरतलब है कि ट्विन टावरों में 13 अगस्त से विस्फोटक लगाने का काम शुरू किया गया था। दोनों ही टावरों में 2700 पिलर में विस्फोटक लगाया गया है। वहीं टावर के हर कॉलम में तीन से चार छेद लंबाई में किए गए थे जिसमें विस्फोट लगाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के दौरान छह लोग करीब 100 मीटर दायरे में रहेंगे। बाकी लोग 250 मीटर दूर रहेंगे। विस्फोटक लगाने में एडिफाइस एजेंसी के साथ सहयोगी दक्षिण अफ्रीका की जेट डिमॉलेशन एजेंसी के विशेषज्ञ भी लगे हुए हैं। वहीं टावरों का डिमोलिशन रिमोट से किया जाएगा।