रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय रेलवे द्वारा यह कदम उठाने के पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि बहुत सी रेलवे लाइनों पर अभी मरम्मत चल रही है, जिसकी वजह से शिड्यूल में बदलाव किया गया है। भारतीय रेलवे का फोकस इस वक्त यात्रियों की सुरक्षा पर है और इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार करके रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहता है। इसके साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर में कमी होने के कारण ही बहुत सी ट्रेनें समय से लेट भी चलती हैं।
उत्तरी रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक 93 ट्रेनों का अराइवल टाइम 12 जुलाई 2018 के बाद से बदल जाएगा। रेलवे का कहना है कि समय में यह बदलाव अस्थाई रूप से किया जा रहा है। यहां आपको बता दें कि इन ट्रेनों के छूटने के समय (डिपार्चर टाइम) में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। केवल आखिरी स्टेशन पर पहुंचने के समय में बदलाव होगा। यह बदलाव 15 मिनट से लेकर 1 घंटे तक का हो सकता है। यानी इन 93 ट्रेनों का जो वर्तमान अरावइल समय है उससे करीब 15 मिनट या 1 घंटे की देरी से ट्रेन स्टेशन पर पहुंचेगी।
उत्तरी रेलवे के मुताबिक यह फैसला लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। रेलवे का कहना है कि बहुत से रूट पर अभी मरम्मत का कार्य किया जाना है। जहां रेलवे की तरफ से यह कहा जा रहा है कि यह फैसला अस्थायी रूप से लिया गया है तो वहीं अभी तक रेलवे की तरफ से इसे लेकर कोई समय सीमा नहीं बताई गई है।