वर्षाऋतु में जाने-अनजाने लोगों का सामना सांपों से हो जाता है। निचले हिस्सों में पानी भर जाने के बाद सांप जमीन के ऊपरी हिस्से की ओर आ जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप सांप आपको या आपके किसी अपने को डसने से पहले खुछ जरूरी बातें जानना बेहद जरुरू है। क्योंकि सांप कटने से दुनियाभर में होने वाली मौतों की संख्या में भारत सबसे आगे है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर साल 83,000 लोग सांप के दंश का शिकार होते हैं और उनमें से 11,000 की मौत केवल इस वजह से हो जाती है क्योंकि उन्हें तुरंत प्राथमिक उपचार नहीं मिल पाता।
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कैसे पहचाने की विषैले सांप ने डसा है या नहीं-
कैसे पहचाने की विषैले सांप ने डसा है या नहीं-
अगर आपके आस-पास किसी को सांप ने काट लिया है तो घबराए नहीं बल्कि जल्द से जल्द उसकी पहचान करें की विषैले सर्प ने काटा है या नहीं। विषैले सांप का भी ड्राइ बाइट होता है, जिनमें जहर नहीं होते। इससे सांप विष को हमारे शरीर में पहुंचा नहीं पाता। अगर विषैले दातों वाले ने काटा है तो विषधर ने दंश मारा या नहीं। विषधर सांप के बाइट में सांप के जहरवाले दो दांतों का निशान बनता है।
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क्या करें प्राथमिक उपचार- अगर ये मालूम हो जाए तो इसका तुरंत प्राथमिक उपचार करना शुरू कर दें। जिसके तहत अगर किसी को सांप डंस ले तो सबसे पहले किसी नई ब्लेड से काटे हुई जगह पर प्लस (+) का निशान बनाते बना कर उतनी देर में कट लगा लें।उसके बाद उसके ऊपर मजबूती से रस्सी या धागे से बांध ले। जिससे जहर उपर ना चढ़े। इसके साथ ही सबसे ज्यादा जरुरू है कि पीड़ित को डराए नहीं और न उसे डरने दें। क्योंकि सांप काटने के बाद कई लोग घबराहट और सदमे की वजह से भी मौत का शिकार हो जाते हैं। इसके बाद किसी अच्छे डॉक्टर के पास ले जाएं और एक बात का हमेशा ध्यान रहे सांप काटने के बाद किसी नीम-हकीम, तांत्रिक-ओझा के चक्कर में बिलकुल न पड़ें।
क्या करें प्राथमिक उपचार- अगर ये मालूम हो जाए तो इसका तुरंत प्राथमिक उपचार करना शुरू कर दें। जिसके तहत अगर किसी को सांप डंस ले तो सबसे पहले किसी नई ब्लेड से काटे हुई जगह पर प्लस (+) का निशान बनाते बना कर उतनी देर में कट लगा लें।उसके बाद उसके ऊपर मजबूती से रस्सी या धागे से बांध ले। जिससे जहर उपर ना चढ़े। इसके साथ ही सबसे ज्यादा जरुरू है कि पीड़ित को डराए नहीं और न उसे डरने दें। क्योंकि सांप काटने के बाद कई लोग घबराहट और सदमे की वजह से भी मौत का शिकार हो जाते हैं। इसके बाद किसी अच्छे डॉक्टर के पास ले जाएं और एक बात का हमेशा ध्यान रहे सांप काटने के बाद किसी नीम-हकीम, तांत्रिक-ओझा के चक्कर में बिलकुल न पड़ें।
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सांप काटने के दौरान मरीज के लिए विशेष- पीड़ित को सांप से दूर ले जाएं और घबराहट दूर करने में उसकी मदद करें। सांप के काटने वाली जगह पर कोई रिंग, चूड़ी या अन्य गहने पहने हों तो तुंरत उतार दें। पीड़ित के जूते और कपड़े सुविधाजनक हों तो भी उता दें। जख्म पर पट्टी बांध दें। पट्टी के लिए पेड़ की छाल, अखबार का टुकड़ा, स्लीपिंग बैग या बैकपैक फ्रेम का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें की मरीज इस दौरान बिल्कुल भी न चले, क्योंकि मांसपेशियों की रगड़ से जहर तेजी से फैल सकता है। मरीज को दर्द से आराम के लिए खुद से एस्प्रिन या कोई दर्द निवारक दवा बिल्कुल न दें।
सांप काटने के दौरान मरीज के लिए विशेष- पीड़ित को सांप से दूर ले जाएं और घबराहट दूर करने में उसकी मदद करें। सांप के काटने वाली जगह पर कोई रिंग, चूड़ी या अन्य गहने पहने हों तो तुंरत उतार दें। पीड़ित के जूते और कपड़े सुविधाजनक हों तो भी उता दें। जख्म पर पट्टी बांध दें। पट्टी के लिए पेड़ की छाल, अखबार का टुकड़ा, स्लीपिंग बैग या बैकपैक फ्रेम का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें की मरीज इस दौरान बिल्कुल भी न चले, क्योंकि मांसपेशियों की रगड़ से जहर तेजी से फैल सकता है। मरीज को दर्द से आराम के लिए खुद से एस्प्रिन या कोई दर्द निवारक दवा बिल्कुल न दें।