खर्चे के लिए भी नहीं थे पैसे फिर बनाया ऐसा प्लान की रातों-रात बन गया करोड़पति यहां बता दें कि मांगरोल गांव में कांग्रेस नेता एवं गंगेश्वरी के पूर्व ब्लाक प्रमुख स्वर्गीय बाबू जयपाल सिंह की याद में हर साल इस तरह का कार्यक्रम होता है। इसके लिए मंगरोल मार्ग पर घोड़ा दौड़ प्रतियोगिता प्रस्तावित थी। इस प्रतियोगिता में दूर-दूर से घोड़े वाले अपने-अपने घोड़े को लेकर यहां पहुंचे थे। इससे पहले की दौड़ शुरू होती पुलिस को खबर लग गई। आनन-फानन में कार्यवाहक कोतवाल अजीत लोरिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आयोजक सुनील कुमार आदि से घोड़ा दौड़ की अनुमति दिखाने के लिए कहा जिस पर वे अनुमति नहीं दिखा सके और इस तरह घोड़ा दौड़ नहीं हो सकी। इसके घुड़दौड़ के स्थान पर घोड़ों की डांस प्रतियोगिता हुई, जिसमें सपना चौधरी के गानों पर घोड़ों ने जमकर डांस किया।
कोर्ट में पेशी पर आए हत्यारोपी ने जज साहब के सामने जेब से निकाला ब्लेड और गर्दन पर रखते हुए दी ये धमकी बता दें कि इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सुखपाल सिंह ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा है कि पूर्व ब्लाक प्रमुख स्वर्गीय जयपाल सिंह की याद में गुर्जर समाज के कुछ और की ओर से घोड़ा रेस एवं घोड़ा डांस कार्यक्रम का आयोजन हर साल किया जाता है, लेकिन अनुमति नहीं मिलने की वजह से रेस नहीं हो सकी। कार्यक्रम संचालक सुरेंद्र घोड़ा डांस का मकसद लोगों को संदेश देना कि पशुओं से प्रेम करें। प्रतियोगिता में भाग लेने आए सत्ते ने बताया कि इस कार्यक्रम में 5 जिलों के 25 घोड़े वालों ने अपने घोड़ों के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लिया। घोड़ों को थिरकता देख सेकड़ों की तादाद में आए लोग अपने आपको ताली बजाने से नहीं रोक पाए। इस घोड़ा डांस कार्यक्रम में मवई निवासी सत्ते के घोड़े को 51 सौ रुपए का प्रथम पुरस्कार, मांगरोल निवासी के घोड़े को 21 सौ रुपये का द्वितीय पुरस्कार, सकतपुर निवासी करिया पहलवान के घोड़े को तृतीय पुरस्कार के रूप में 11 सो रुपये का पुरस्कार दिया गया।