Holi 2018: इन राशि के लोगों की किस्मत बदल देगी यह होली, बस करने होंगे ये उपाय सबसे ज्यादा मिलावट खोये और दूध में गाजियाबाद के फूड ऑफिसर मनोज कुमार तोमर का कहना है कि होली पर सबसे ज्यादा मिलावट खोये और दूध में होती है। ऐसे में मिलावटखोर इन्हीं में गड़बड़ी करते हैं। उनके अनुसार, खोये में अक्सर शकरकंद और सिंघाड़े का आटा, आलू व मैदा की मिलावट की जाती है। स्टार्च, आयोडीन और आलू मिलाने से इसका वजन बढ़ जाता। मिलावटी मावा असली की तरह दिखे, इसके लिए कुछ केमिकल भी मिलाया जाता है। कुछ दुकानदार मिल्क पाउडर में वनस्पति घी मिलाकर खोया तैयार करते हैं। इसी तरह मिलावटखोर यूरिया, डिटर्जेंट पाउडर, सोडा, स्टार्च, फॉर्मेलिन से सिंथेटिक दूध बनाते हैं। इसे खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तक हो सकती है।
मिसाल- उत्तर प्रदेश के इस गांव में मुसलमान खेलते हैं होली और गाते हैं चौपाई ऐसे करें पहचान – यदि मावा सामान्य से अधिक चमक रहा है या चिकना है तो मिलावटी हो सकता है।
– कई बार मिलावटी मावे से दुर्गंध आने लगती है। – सिंथेटिक दूध से साबुन जैसी स्मेल आती है। – नकली दूध का स्वाद डिटर्जेंट और सोडा मिला होने की वजह से कड़वा होता है।
– असली दूध स्टोर करने पर अपना रंग नहीं बदलता, जबकि नकली दूध कुछ वक्त के बाद पीला पड़ने लगता है। – अगर असली दूध में यूरिया भी हो तो यह हल्के पीले रंग का ही होता है।
– अगर सिंथेटिक दूध में यूरिया मिलाया जाए तो यह गाढ़े पीले रंग का दिखने लगता है। – नकली दूध उबालने पर पीले रंग का हो जाता है। – असली दूध को हाथों के बीच रगड़ने पर चिकनाहट महसूस नहीं होती वहीं अगर आप नकली दूध को अपने हाथों के बीच रगड़ेंगे तो डिटर्जेंट पाउडर जैसी चिकनाहट महसूस होगी।
जानिए, कब से शुरू होगा हिंदू नववर्ष 2018 और क्यों मनाया जाता है सब्जियां भी मिलीं असुरक्षित खाद्य एवं सुरक्षा विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल के दौरान पनीर , घी, रिफाइंड ऑयल, दूध से बनी मिठाइयां और यहां तक कि सब्जियां भी असुरक्षित पाई गई हैं। जांच रिपोर्ट में एक दर्जन मिल्क प्रॉडक्ट ऐसे मिले, जिन्हें खाना जानलेवा हो सकता था।