नोएडा। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने गौतमबुद्ध नगर का दौरा कर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़ी परेशानियां और उनके निदान पर चल रहे कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ बहुत शानदार काम किया गया है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उत्तर प्रदेश व्यापक टीकाकरण का सिस्टम पहले ही विकसित कर चुका है और 15 दिसंबर तक इसमें जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर कर लिया जाएगा। यूपी के बॉर्डर पर हो रही कोरोना जांच के बारे में उनका कहना था कि दिल्ली से नोएडा और नोएडा से दिल्ली जाने वाले लोगों में ही करोना का ज्यादा संक्रमण पाया गया है इसलिए उन लोगों को टारगेट करके रैंडम चेकिंग की जा रही है।
Corona का कहर: शादी में 100 से अधिक लोग शामिल होने पर प्रदेश का पहला मुकदमा दर्ज दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह बुधवार सुबह सबसे पहले नोएडा के संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचे। वहां उन्होंने मरीजों को मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली और जिला चिकित्सालय में स्थापित किए गए डायलिसिस मशीन का उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने नोएडा के सेक्टर-39 में स्थित कोविद-19 हॉस्पिटल का निरीक्षण किया है। बाद में वे सेक्टर-59 स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की इसमें उन्होंने दावा किया की कोरोना के खिलाफ उत्तर प्रदेश में शानदार काम किया गया है और हमारी टीम ने उस पर सफलतापूर्वक नियंत्रण कर रखा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यूपी में कोरोना संक्रमितों का रिकवरी रेट 94.7% है। सीआरएस 1.4% और अब तक प्रदेश में 24 करोड़ के लोगों के बीच कोरोना से 7644 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में एंटीजन और आर्टिफिशियल का कुल मिलाकर प्रतिदिन एक लाख 75 हज़ार लोगों की जांच की जा रही है। जिसके कारण इस बीमारी पर काबू पाने में अब तक सफलता मिली है।
दूसरे शहरों से आने वाले लोगों की अब होगी कोरोना जांच, पुलिस को बताना होगा अपना पता स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश व्यापक तरीके से टीकाकरण का सिस्टम पहले से ही बना हुआ है, हमारे कोल्ड चेंज की व्यवस्था 75 जनपदों में पहले से ही स्थापित है। उन जगह जहां पर यह हमें लगता है कि वैक्सिंग रखना पड़ेगा। उसके लिए कमरों का निर्माण काम शुरू कर दिया गया है। आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की जा चुकी है, 15 दिसंबर तक इसको कंपलीटली रेडी कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश वैक्सिंन को एक्सेप्ट करने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इस बात का इंतजार है यह वैक्सीन कब तैयार होती है।