बता दें कि मई 2022 के पहले सप्ताह से जीबीयू में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन जोन टेक्नोलॉजी का केंद्र और कोर्स शुरू कर दिया जाएगा। जिससे छात्रों को रोजगार हासिल करने का एक नया विकल्प भी मिल जाएगा। जीबीयू के कुलपति प्रोफेसर डॉ. रविंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि आने वाले वक्त में बहुत से क्षेत्रों में ड्रोन का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता रहेगी। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय में युवाओं और विद्यार्थियों को ड्रोन डिजाइनिंग एंड मेन्यूफैक्चरिंग, पायलट ट्रेनिंग और ड्रोन टेक्नीशियन के प्रशिक्षण के लिए शार्ट टर्म कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस इन ड्रोन टेक्नोलॉजी शुरू किया जा रहा है।
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दसवीं पास हैं तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के पद के लिए करें आवेदन, सहायिका के पद भी खाली 2 से 6 महीने की अवधि के होंगे कोर्स सेंटर ऑफ एक्सिलेंस इन ड्रोन टेक्नोलॉजी में तीन तरह के कोर्स होंगे, जिनमें ड्रोन डिजाइनिंग एंड मेन्युफैक्चरिंग, ड्रोन टेक्नीशियन और ड्रोन पायलट ट्रेनिंग होगी। यह सभी कोर्स दो से छह माह की अवधि के होंगे। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए यह स्पेशल कोर्स बेहद कम फीस पर उपलब्ध होंगे। बाहर से आने वाले युवाओं से भी शुरुआती दौर में कम फीस ली जाएगी।
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Pm Kisan Samman Nidhi Yojana की 11वीं किस्त का इंतजार, जानें कब आएगा पैसा आईसीटी के 150 विद्यार्थी शॉर्ट टर्म कोर्स करने के उत्सुक विश्वविद्यालय के इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग (आईसीटी) के करीब 150 विद्यार्थी इस शॉर्ट टर्म कोर्स को करने के उत्सुक हैं। वहीं, सेंटर ऑफ एक्सिलेंस इन ड्रोन टेक्नोलॉजी को स्थापित करने से पहले ही 15 शिक्षकों और विद्यार्थियों को इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केंद्र की स्थापना के बाद यह शिक्षक और विद्यार्थी भी प्रशिक्षण में सहायता करेंगे।