पुलिस ने इस कार्रवाई में 1 करोड़ 20 लाख रुपये की कीमत की कई गाड़ियां बरामद की हैं। कुल 7 गाड़ियां जब्त की गई हैं, जिनमें 4 हुंडई क्रेटा, 1 बलेनो, 1 किया सेल्टोस और 1 ब्रेजा शामिल हैं।
ऑनलाइन बेचते थे चोरी की गाड़ियां
गिरोह के सदस्य चोरी की गाड़ियों के चेचिस नंबर को बदलकर नकली कागजात तैयार करते थे। वे इन गाड़ियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचने के लिए ग्राहक को आकर्षित करते थे। जब ग्राहक गाड़ी खरीदने के लिए संपर्क करता, तो नकली कागजात देते थे। यह लोग अपनी चालाकी से जिन ग्राहकों को धोखा देने में सफल हो जाते थे, उन्हें यह गाड़ियां बेच देते थे। नकली पेपर तैयार कर बनाते थे लोगों को शिकार
पुलिस की जांच में पता चला कि गिरोह द्वारा किए गए कागजात की छेड़छाड़ को लेकर कई ग्राहक धोखाधड़ी का शिकार हुए थे। शातिर चोरों ने वेरिफिकेशन के दौरान ग्राहक से लिए गए कागजात को बदलकर नकली दस्तावेज बनाए और इन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भेज दिया। पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
ऐसे करते थे हेरफेर
घटना की जानकारी देते हुए सेंट्रल
नोएडा डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया, “जिले की थाना 63 पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। यह लोग कार्स 24 के कुछ कर्मचारियों के साथ गठजोड़ करके चोरी की कार की चेचिस में बदलाव करके बेचते थे। यह लोग उन गाड़ियों की नंबर प्लेट और चेचिस नंबर बदल देते थे। ऐसी सात गाड़ियों को बरामद कर लिया गया है। इससे पहले भी चोरों और कार्स 24 के कई कर्मचारियों को जेल भेजा जा चुका है।”