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भारत से 7000 KM दूर Delhi-NCR की हवा से घुटने लगा लोगों का दम, 1 मिनट में ही निकल आए आंसू वहीं इस व्यवस्था के लागू होने के बाद स्थानीय लोगों को तगड़ा झटका लगा है। कारण, अब स्थानीय लोगों को भी टोल पार करने के लिए पैसे चुकाने होंगे। इसके लिए उन्हें भी अपने वाहनों पर फास्टैग लगाना पड़ेगा और उसके लिए सरकार ने एक निर्धारित मंथली पैक तय किया है। जिसके रिचार्ज पर स्थानीय लोग टोल क्रॉस कर सकेंगे। बता दें कि दादरी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-91 पर लालकुआं से लुहारली तक करीब 30 किलोमीटर का टोल टैक्स वसूलने के लिए लुहारली में टोल प्लाजा बनाया गया है। इस पर चार वर्षों से टोल वसूला जा रहा है। वहीं अभी तक टोल प्लाजा की आठ किलोमीटर की परिधि में पड़ने वाले गांवों के निवासियों को स्थानीय पहचान दिखा कर नि:शुल्क निकलने की सुविधा दी गई थी। लेकिन अब उन्हें भी इसके लिए पैसे चुकाने होंगे।
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नोएडा में Samsung ने लगाई दुनिया की सबसे बड़ी Mobile Factory तो चीन का हुइजू बन गया ‘भूतिया शहर’ लुहारी टोल प्लाजा निदेशक सुनील कुमार जिंदल के मुताबिक अभी बूथ नंबर 1 व 10 को कैश लैन रहेगी। जबकि 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 और 9 को पूरी तरह से फास्टैग कर दिया गया है। इसमें कैश देने वाहनों को नहीं जाने दिया जाएगा। इसके लिए हर बूथ पर दो अतिरिक्त टोल कर्मी लगाए गए हैं। टोल प्लाजा पर कुल 20 कर्मी बढ़ाए गए हैं। वहीं, फास्टैग में खराबी न आए, इसके लिए भी अतिरिक्त ऑपरेटर बढ़ाए गए हैं। टोल पर प्रतिदिन करीब 26 हजार वाहनों का आवागमन होता है। लेकिन अभी तक 50 फीसदी वाहन चालकों ने ही फास्टैग लगवाया है।