यह भी पढ़ें- सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करना पार्षद काे पड़ गया भारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि एक इनपुट आधार पर पुलिस ने अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के निदेशक रतन विजयवर्गीय को गिरफ्तार किया है। रतन के खिलाफ सेक्टर-20 थाना में वर्ष 2017 में धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हुए थे। वह पिछले तीन साल से फरार था। अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के मालिक अतुल गुप्ता, विकास सहित अन्य आरोपी पहले ही पुलिस द्वारा धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वर्ष 2013 में ग्रेटर नोएडा के टेक जोन-6 में अर्थ टाइटेनियम नाम से प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया था। ग्रेटर नोएडा स्थित गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के पीछे यह प्रोजेक्ट था। इस जमीन पर अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को निर्माण कार्य करना था। अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ से इस पर कोई निर्माण कार्य नहीं किया गया। धोखाधड़ी के मामलों में कंपनी के पांच निदेशक भी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इन पर अदालतों में मुकदमे चले रहे हैं।
अर्थ इंफ्रा की ओर से अर्थ टाइटेनियम प्रोजेक्ट लॉन्च कर हजारों लोगों को घर का सपना दिखाया गया था। बिल्डर के प्रोजेक्ट के विज्ञापन देखकर लोगों ने अपना पैसा निवेश कर दिया था। आरोप है कि बिल्डर ने एडवांस बुकिंग के नाम पर एक हजार से अधिक लोगों से पैसा भी जमा करा लिया गया था, लेकिन वहां पर कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ। जिस पर योजना में निवेश करने वाले लोग अब पुलिस और सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। लोगों ने बिल्डर के खिलाफ कई बार शिकायत दर्ज कराई है।