बता दें कि नाइट कर्फ्यू लागू होने के बाद रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक दिल्ली वालों को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। दिल्ली सरकार के जारी आदेश के मुताबिक 30 अप्रैल तक लागू नाइट कर्फ्यू रहेगा। जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों के अलावा सभी पर बंदिशें लगाई गई हैं। बेहद जरूरी होने पर ही आम लोगों को बाहर निकलने की छूट होगी। इसके लिए सरकार से ई-पास लेना होगा। उधर, दिल्ली पुलिस व मेट्रो पुलिस की सलाह है कि काम पर निकले लोग हर हालत में रात 10 बजे से पहले घर लौट जाएं। नियम का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दिल्ली में नाइट कर्फ्यू से नोएडा वालों की नींद उड़ गई है। नौकरी, बिजनेस और अन्य काम के सिलसिले में बड़ी संख्या में लोगों का दिल्ली आना-जाना रहता है। अब फिर से लोगों को ई-पास और पाबंदियों को लेकर चिंता सताने लगी है। सेक्टर- 93 स्थित पार्श्वनाथ प्रेस्टीज में रहने वाले रजनीश नंदन मल्टीनेशनल कंपनी में जीएम हैं। उनका कहना है कि उन्हें एनसीआर के शहरों से लेट नाइट आना जाना होता है। दिल्ली में नाइट कर्फ्यू से अब ई-पास के लिए परेशान होना पड़ेगा। नाइट कर्फ्यू औचित्यहीन है। अगर कोई अपनी गाड़ी से यात्रा कर रहा है तो उसमें कोरोना कहां से फैलेगा। सेक्टर- 78 हाइड पार्क सोसायटी मे रहने वाले राजेश कुमार सिंह बिजनेसमैन हैं। उनका ऑफिस दिल्ली में है। उन्होंने बताया कि अक्सर ऑफिस से निकलने में देर हो जाती है। ऐसे में जाम के कारण उन्हें नोएडा पहुंचने में 2 से ढाई घंटे लगते हैं। नाइट कर्फ्यू का समय रात 11 बजे से करना चाहिए। अब फिर पास की टेंशन शुरू हो गई है।