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कोरोना काल में तेजी से बढ़ रहा नशे का कारोबार, लाखों के गांजे के साथ चार गिरफ्तार दरअसल, 28 जून को मारपीट के एक मामले में नोएडा सेक्टर-8 निवासी 19 वर्षीय युवक को सेक्टर-20 थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेशी के बाद युवक को जेल भेज दिया गया था। बीते दिनों युवक कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने के बाद जेल प्रशासन कोराेरा की जांच कराई तो वह पॉजिटिव पाया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार उसे सबसे पहले ग्रेटर नोएडा जिम्स में भर्ती किया गया था। हालांकि उसे चार-पांच घंटे मेें ही ढूंढ लिया गया। इसके बाद उसे ग्रेटर नोएडा के शारदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और फिर से भागने का प्रयास किया। इसके बाद प्रशासन ने युवक को हथकड़ी लगाकर चाइल्ड पीजीआई में भर्ती करने का फैसला लिया।
बताया जा रहा है कि गुरुवार को ही युवक को हथकड़ी लगाकर पुलिसकर्मी चाइल्ड पीजीआई पहुंचे थे। शुक्रवार दोपहर लंच कराने के लिए पुलिसकर्मियों ने युवक की हथकड़ी खोल दी और खुद भी खाना खाने चले गए। इसी बीच मौके का फायदा उठाकर कोरोना संक्रमित बंदी हॉस्पिटल से भाग गया और साथ में हॉस्पिटल से एक इंजीनियर का बैग भी ले गया। हालांकि बैग में क्या सामान था, इस बारे में पता नहीं चल सका है। खाना खाने के बाद जब पुलिसकर्मी वापस हॉस्पिटल पहुंचे तो बंदी को बिस्तर पर न देख उनके होश उड़ गए। इसकी जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन में भी हड़कंप मच गया।
इसके बाद पुलिसकर्मियों ने संक्रमित बंदी को आसपास काफी तलाशा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। सूत्रों के अनुसार, बंदी को फरार होने के बाद घर पर देखा गया था, लेकिन जैसे ही पुलिस घर पहुंची तो वह वहां से भी फरार हो गया। अब पुलिस उसकी तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है। चाइल्ड पीजीआई निदेशक डॉ. डीके गुप्ता का कहना है कि मामले की जानकारी पुलिस व प्रभारी सीएमओ डाॅ. नेपाल सिंह को दे दी है। इसके साथ ही सेक्टर-20 थाने में भी तहरीर दी गई है।