नमाज के दौरान भड़की हिंसा, भीम आर्मी समर्थकों और नमाजियों के बीच जमकर हुआ पथराव उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेेश के बाद भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को दो महीने पहले रासुुका हटाकर जेल से रिहा कर दिया गया था। उस दौरान कयास लगाए जा रहे थे कि इससे दलितों को झुकाव भाजपा की ओर बढ़ेगा, लेकिन हुआ इसका ठीक उलट। चंद्रशेखर ने जेल से बाहर आते ही भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और किसी भी सूरत में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने का ऐलान कर दिया। वहीं बसपा की ओर हाथ बढ़ाते हुए मायावती की जमकर तारीफ की। चंद्रशेखर ने कहा कि मायावती ने समाज के लिए बहुत अच्छे काम किए हैं, इसलिए उनसे मेरा खून का रिश्ता है। साथ ही उन्हें बुआ कहकर भी संबोधित किया।
चंद्रशेखर उर्फ रावण ने किया महागबंधन के समर्थन का ऐलान, भाजपा में मची खलबली मायावती ने किया किनारा इधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर पर करारा हमला बोला। उन्होंने साफ कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोग मुझसे रिश्ता बनाने की कोशिश कर रहे हैं। एेसे लोगों से मेरा कोर्इ रिश्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा एेसे लोगों से बहन, बुआ-भतीजे का कोर्इ रिश्ता नहीं है। मेरा रिश्ता तो सिर्फ गरीबों से है। उनके लिए हमेशा लड़ी हूं। उन्हीं के लिए काम करती रहूंगी। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि चंद्रशेखर को अलग से संगठन बनाने की जरूरत क्यों पड़ी। अगर लड़ना है तो बसपा के झंडे के नीचे आकर लड़ें।
चंद्रशेखर उर्फ रावण का बड़ा खुलासा, कहा- योगी सरकार ने इस डर से 2 महीने पहले किया मुझे रिहा भीम आर्मी को बताया दलित-मुस्लिम का गठजोड़ वहीं छुटमलपुर स्थित चंद्रशेखर के आवास पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के साथ मेरठ के बेहट क्षेत्र से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी आैर सहारनपुर देहात विधायक मसूद अख्तर भी पहुंचे। यहां उन्होंने चंद्रशेखर का हाल जाना। इस दौरान चंद्रशेखर ने कहा कि मुस्लिम आैर दलित समाज का आपस में जोड़ है। भीम आर्मी में मुस्लिम आैर दलित लोग जुड़े हुए हैं। इन्हें आगे भी जोड़ा जाएगा। वहींं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने कहा कि कांग्रेस और चंद्रशेखर का लक्ष्य एक है। उन्होंने कहा, ‘मैं तो चंद्रशेखर जी के साथ पहले दिन से हूं… हम दोनों का मकसद भी एक है और दुश्मन भी और वह है भाजपा।’
15 महीने बाद जेल से बाहर आते ही भीम आर्मी प्रमुख ‘रावण’ ने योगी सरकार पर बोला बड़ा हमला मायावती ने फेरा उम्मीदों पर पानी चंद्रशेखर आजाद ने दलित-मुस्लिम एकता का हवाला देते हुए उन्हें अपना भाई बताया था। मसूद ने कहा कि चंद्रशेखर मायावती का काफी सम्मान करते हैं, लेकिन उनके खिलाफ मायावती के बयान ने उनकी उम्मीदों पानी फेर दिया है। उन्होंने विपक्ष के प्रत्याशित महागठबंधन को तोड़ने के लिए बीजेपी पर अफवाह फैलाने का आरोप भी लगाया है। वह कहते हैं, ‘मायावती की तरह चंद्रशेखर ने विपक्ष की एकता की संभावनाओं पर खुशी जताई है।’