बैंक अधिकारियों ने बताई अस्थाई समस्या वहीं, बैंक अधिकारियों की तरफ से इसे अस्थायी समस्या बताया जा रहा है जो अचानक कैश की मांग के चलते बढ़ा है। इसे जल्द काबू करने की बात कही जा रही है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। अकेले मुरादाबाद में 80 फीसदी एटीएम खाली हैं या खराब पड़े हैं। इससे पब्लिक के साथ ही नेताओं का सवाल उठाना लाजिमी है।
सरकार को करनी चाहिए जांच पत्रिका से बातचीत में बसपा के मंडल कोआॅर्डिनेटर
रणविजय सिंह ने इसे बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा की देश का बैंकिंग सिस्टम केंद्र सरकार के अधीन है। आज लोगों को अपना पैसा ही निकालने में दिक्कत आ रही है। निश्चित रूप से ये अचानक नहीं हुआ, इसके पीछे कोई साजिश है। सरकार को जांच कर जनता को बताना चाहिए। लोगों का बैंक से भरोसा टूट रहा है। उन्होंने कहा कि एक-एक कर सभी एटीएम में कैश नहीं होना दाल में जरूर कुछ काला है। वहीं, इस सवाल पर कि क्या नगदी आने वाले चुनावों के लिए इकट्ठी की जा रही है उन्होंने कहा कि हो सकता है। आखिर कैश जा कहां रहा है, सरकार बताए।
इस वजह से लोग जमा कर रहे पैसा वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. एपी सिंह ने कहा कि इस हालात के लिए पूरी तरह केंद्र की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। लोगों में डर का वातावरण घर कर गया है। लोग पहले बैंक में अपना पैसा सुरक्षित समझते थे। हालिया बैंक घोटालों ने लोगों के मन में ये बात घर कर डाली है कि उनका पैसा जरूरत पर नहीं मिल पाएगा, इसलिए लोग कैश निकालकर जमा कर रहे हैं। वहीं, उन्होंने यही बात व्यापारियों के लिए भी कही।
चुनाव में हो रहा नगदी का इस्तेमाल उन्होंने कहा कि वे भी कल को लेकर चिंतित हैं। इसलिए बड़ी संख्या में लोग कैश अपने पास रख रहे हैं। इसके साथ ही चुनाव के लिए पैसा इकट्ठे करने की बात पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है। चुनाव में नगदी का इस्तेमाल हो रहा है, इसलिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वो सही जानकारी लोगों को दे ताकि लोगों का विश्वास बैंक और सरकार के सिस्टम पर वापस आए।