दरअसल, गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रघुराज सिंह ने अपने फेसबुक पर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ फोटो पोस्ट करते हुए इस सीट पर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने फेसबुक पर 2 पोस्ट शेयर की है। बता देंं कि रघुराज सिंह ने भी गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से टिकट मांगा था। महानगर प्रवक्ता पवन शर्मा का कहना है कि पार्टी में कोई फुट नहीं पड़ी है। रघुराज सिंह ने जो पोस्ट किया है, वह व्यक्तिगत है। वहीं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पिताम्बर शर्मा का कहना है कि बाहरी प्रत्याशी उतारने के बाद में कांग्रेसियों में नाराजगी है। उन्होंने बताया कि मीटिंग कर बाहरी प्रत्याशी गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट पर न उतारने की मांग हाईकमान से की गई थी। उन्होंने कहा कि हाईकमान की तरफ से जो प्रत्याशी उतारा गया है, उसे कोई नहीं जानता है।
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यह लिखा पोस्ट में #राजब्बर_जी_गौतमबुद्धनगर #लोकसभा_टिकट_को_बेचने_में #कितने_का_सौदा_तय_किया कृपया जनता को भी अवगत कराइये की आप कितने पारदर्शी है। श्रीमति प्रियंका गांधी जी व श्री राहुल गांधी जी को भी पता चले कि हमारा प्रदेश कॉंग्रेस का अध्य्क्ष टिकटों का सौदा कितने में करता है वो भी भाजपाइयो से मिलकर। दूसरी पोस्ट
#गौतमबुद्धनगर_लोकसभा_में #कॉंग्रेस_का_टिकट_सिंधिया_जी_व_राणा_गोस्वामी_जी_ने #बेच_दिया_है! मेरा सवाल है श्री राहुल गांधी जी व श्रीमति प्रियंका गांधी जी को बदनाम करने की एक साजिश रची गई है? इस उम्मीदवार का किसने सर्वे किया,किसने रिकमेंड किया,इसका बायोडेटा क्या है,इसकी कॉंग्रेस में क्या पृष्टभूमि है। इन सबके बाबजूद इनके पिता बसपा में मंत्री रहे है। फिलहाल भाजपा में है फिर भी इनको टिकट देना धनबल का करिश्मा नही तो ओर क्या? में एक कॉंग्रेसी हूँ और कॉंग्रेस की लीडरशिप से मेरा सवाल है कि इन धन पशुओं की गुलामी से कार्यकर्ताओ को जबतक मारते रहोगे कॉंग्रेस का सर्वाइवल नही हो सकता। इसकी जांच की जाय? पहले की परंपरा जारी रखी है पश्चिम के दोनों प्रभारियों ने!
#गौतमबुद्धनगर_लोकसभा_में #कॉंग्रेस_का_टिकट_सिंधिया_जी_व_राणा_गोस्वामी_जी_ने #बेच_दिया_है! मेरा सवाल है श्री राहुल गांधी जी व श्रीमति प्रियंका गांधी जी को बदनाम करने की एक साजिश रची गई है? इस उम्मीदवार का किसने सर्वे किया,किसने रिकमेंड किया,इसका बायोडेटा क्या है,इसकी कॉंग्रेस में क्या पृष्टभूमि है। इन सबके बाबजूद इनके पिता बसपा में मंत्री रहे है। फिलहाल भाजपा में है फिर भी इनको टिकट देना धनबल का करिश्मा नही तो ओर क्या? में एक कॉंग्रेसी हूँ और कॉंग्रेस की लीडरशिप से मेरा सवाल है कि इन धन पशुओं की गुलामी से कार्यकर्ताओ को जबतक मारते रहोगे कॉंग्रेस का सर्वाइवल नही हो सकता। इसकी जांच की जाय? पहले की परंपरा जारी रखी है पश्चिम के दोनों प्रभारियों ने!
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