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NOIDA: गौतमबुद्ध नगर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज, सीएम योगी ने लिखित में मांगा जवाब दिल्ली से सटे वेस्ट यूपी के छह जिलों में महाअभियान शुरू कर दिया गया है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर और सैनिटाइजर के साथ हर घर पहुंचकर मेडिकल स्क्रीनिंग कर रही है। जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर लोगों को कोविड अस्पतालों में किया जाएगा। गौर करने वाली बात यह है कि मौजूदा समय में 26 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। फिलहाल प्रदेश में रोजाना कोरोना टेस्ट की क्षमता 26,489 है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिदिन 30 हजार टेस्ट करने के निर्देश दिए हैं।
यूपी में स्वास्थ्य विभाग की 1 लाख टीमें लगी बता दें कि योगी सरकार ने तेजी से मेडिकल स्क्रीनिंग को लेकर एक लाख मेडिकल टीम महाअभियान में लगाई हैं। इनके अलावा निगरानी के लिए भी अलग से सर्विलांस टीम तैनात हैं। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सभी जरूरी सुविधाओं वाले एक लाख 51 हजार कोविड-19 बेड तैयार करने वाला पहला राज्य बन गया है।
अनलाॅक-2 में नोएडा व गाजियाबाद के लिए अलग नियम वहीं, प्रदेश सरकार की तरफ से मुख्य सचिव ने अनलॉक-2 को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है। नई गाइडलाइन में रात्रि कर्फ्यू को लेकर कहा गया है कि मेरठ मंडल को छोड़कर प्रदेश में सभी जिलों में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा। वहीं मेरठ मंडल के सभी जिलों में 10 जुलाई तक रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। रात्रि कर्फ्यू के दौरान औद्योगिक इकाइयों में मल्टीपल शिफ्ट में काम करने वालों के अलावा बस, ट्रेन और हवाई जहाज से यात्रा करने वाले यात्रियों को छूट मिलेगी। इसके अलावा सभी राज्यों की सीमाओं से भी प्रतिबंध हटा लिया गया है।
हालांकि एनसीआर के जिले गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद के जिलाधिकारी, पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के जनपदीय अधिकारियों से विचार-विमर्श कर अलग से स्थानीय स्तर पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, जिससे स्पष्ट है कि दिल्ली बॉर्डर पर अभी राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योकि स्थानीय स्तर पर अधिकारियों का मानना है कि दिल्ली की वजह से जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ा है और यदि वह बॉर्डर पर छूट देते हैं तो स्थिति और बिगड़ सकती है।