नोएडा

सम्राट मिहिरभोज पर गुर्जरों और राजपूतों ने जताया हक, सीएम योगी को दोनों बिरादरी को साधना होगा मुश्किल

प्रदेश अध्यक्ष धीरज सिंह ने कहा कि सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा पर लिखा गुर्जर शब्द अगर नहीं हटा तो वे इसका विरोध करेंगे साथ ही मुख्यमंत्री के दौरे का भी विरोध करेंगे।

नोएडाSep 17, 2021 / 11:52 am

Nitish Pandey

मेरठ. 22 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दादरी आगमन पर वहां पर सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन और प्रतिमा के अनावरण से पहले ही गुर्जरों और राजपूतों के बीच सम्राट मिहिर भोज को लेकर विवाद गहरा गया है। यह विवाद सम्राट मिहिरभोज पर अपना-अपना हक जताने को लेकर है। एक तरफ जहां राजपूतों ने बैठक कर दावा किया है कि सम्राटमिहिरभोज गुर्जरों के नहीं हमारे सम्राट थे। वहीं इस मामले में गुर्जर समाज भी मुखर हो रहा है।
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बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अनावरण की जाने वाली सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा पर सम्राट से पहले गुर्जर लिखा हुआ है। जिस पर राजपूत समाज के लोगों ने आपत्ति जताई है। राजपूत समाज के लोगों का दावा है कि सम्राट मिहिरभोज गुर्जर नहीं ठाकुर बिरादरी से ताल्लुक रखते थे। इस कारण गुर्जर शब्द को हटाकर वहां पर राजपूत सम्राट किया जाना चाहिए। राजपूत समाज के लोगों ने मांग की है कि इतिहास से छेड़छाड़ न की जाए।
राजपूत उत्थान सभा के प्रदेशाध्यक्ष धीरज सिंह ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि इतिहास से छेड़छाड़ करते हुए राजपूत सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा के अनावरण के लिए आपको आमंत्रित किया गया है। जबकि प्रतिमा पर गुर्जर सम्राट लिखा हुआ है। यह राजपूत समाज का घोर अपमान है। यह गलत और इतिहास की चोरी करने वाला है। यह राजपूत समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से ऐसी किसी प्रतिमा का अनावरण न करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर ऐसा होता है तो राजपूत समाज अपनी आवाज उठाने के लिए बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि सम्राट मिहिर भोज गुजरात में एक देश गुरजात के सम्राट थे जहां पर गुर्जर समाज के लोग रहते थे। गुर्जर समाज के लोग इनको अपना सम्राट मानते थे। वहीं से गुरजात सम्राट का शब्दिक अपभ्रंश होकर गुर्जर सम्राट हो गया। जबकि मिहिर भोज राजपूत सम्राट ही हैं।
मूर्ति से नहीं हआ गुर्जर सम्राट को होगा दौरे का विरोध

प्रदेश अध्यक्ष धीरज सिंह ने कहा कि सम्राट मिहिरभोज की प्रतिमा पर लिखा गुर्जर शब्द अगर नहीं हटा तो वे इसका विरोध करेंगे साथ ही मुख्यमंत्री के दौरे का भी विरोध करेंगे। धीरज सिंह ने बताया कि इस समय बैठकें की जा रही हैं।
गुर्जर समाज भी हुआ लामबंद

मिहिरभोज को लेकर गुर्जर समाज भी लामबंद हो गया है। गुर्जर समाज के मुखिया गुर्जर ने बताया कि सम्राट मिहिरभोज गुर्जर राजा हैं। यह इतिहास में लिखा हुआ है। इतिहास कोई बदल नहीं सकता। जिसके बारे में उनके कार्यकाल से ही गुर्जर सम्राट कहा जाता रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसी प्रतिमा का अनावरण करेंगे जिस पर गुर्जर सम्राट लिखा हुआ है।
गुर्जर और राजपूतों को साधना होगा मुश्किल

सम्राट मिहिर भोज को लेकर लामबंद हुए गुर्जर और राजपूतों को साधना भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए चुनौती होगी। इस समय सिर पर विधानसभा चुनाव हैं ऐसे में किसी एक को भी नाराज करने से पर भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। बता दे कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दोनों ही बिरादरी काफी अच्छी स्थिति में हैं और नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड की बेल्ट गुर्जर और राजपूत बाहुल्य मानी जाती हैं। इसके लिए अभी से भाजपा पदाधिकारी दोनों बिरादरी को साधने में जुट गए हैं। देखना है कि 22 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरान दोनों बिरादरी के बीच हुई खींचतान पर क्या गुल खिलाता है।
BY: KP Tripathi

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