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गठबंधन के तहत छत्तीसगढ़ में 55 सीटों पर जोगी की पार्टी जबकि 35 सीटों बसपा चुनाव लड़ेगी। इससे कांग्रेस के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी महागठबंधन को तगड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि बसपा सुप्रीमो मायावती गौतमबुद्धनगर जिले के बादलपुर गांव की रहने वाली हैं। आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश में तीन लोकसभा व एक विधानसभा सीट के लिए बीते दिनों हुए उपचुनाव में महागठबंधन के तहत सपा को समर्थन दिया था, जिसमें कांग्रेस सहित प्रदेश की सभी विपक्षी पार्टियां भी शामिल थीं। इन सीटों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट व नूरपुर विधानसभा सीट भी शामिल थी।
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बसपा के समर्थन की ही बदौलत सपा को गोरखपुर, फूलपुर लोकसभा सीटों व नूरपुर विधानसभा सीटों पर जीत मिली जबकि महागठबंधन की दूसरी पार्टी रालोद को कैराना लोकसभा सीट पर जीत मिली थी। बसपा सुप्रीमो के इस ऐलान के बाद आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में मिलकर चुनाव लड़ने की सपा व कांग्रेस की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। इस मामले में जब उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष इमरान मसूद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह बसपा का निजी मामला है, इससे कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है।