क्या है ब्रेन ट्यूमर डॉ मनीष वैश्य बताते हैं कि ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क (prevention of brain tumors) में असामान्य कोशिकाओं का होने वाला विकास है। इसके चलते आसपास मौजूद टीश्यूज व ऑर्गन डैमेज होने लगते हैं। ये मुख्यत: दो प्रकार का होता है- कैंसर रहित और कैंसर युक्त। कैंसर युक्त ट्यूमर (brain cancer) को उसके विकसित होने के तरीके के आधार पर दो श्रेणियों में बांटा जाता है। इसमें जो ट्यूमर सीधे मस्तिष्क में विकसित होते हैं उन्हें प्राइमरी ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। वहीं जो ट्यूमर शरीर के अन्य भाग से मस्तिष्क में फैल जाते हैं, उन्हें सैकेंडरी या मेटास्टैटिक ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। ब्रेन ट्यूमर के चलते मनुष्य के नर्वस सिस्टम की कार्यशैली प्रभावित हो जाती है।
ब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं- ये हैं ब्रेन ट्यूमर के लक्षण- ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत में तेज सिरदर्द का अहसास होता है। जो लगातार बना ही रहता है। इसके बाद ये धीरे-धीरे बढ़ता ही जाता है। ऐसा होने पर तुरंत किसी डॉक्टर की सलाह लें।
सिर में दर्द होने के कारण कई बार उल्टी आ सकती है। ये भी ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षणों में है। ब्रेन ट्यूमर होने पर व्यक्ति को देखने में परेशानी होने लगती है। इस दौरान अगर धुंधला दिखाई दें और उस व्यक्ति को रंगों की पहचान करने में परेशानी हो उसे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा सुनने में भी समस्या हो सकती है। ये भी ब्रेन ट्यूमर के लक्षण हैं। इन्हें नजरअंदाज न करें।
ब्रेन ट्यूमर होने पर मांसपेशियों में ऐंठन महसूस हो सकती है। कभी-कभी यह ऐंठन बेहोशी की हालत में भी पहुंचा सकती है। यदि आपको ऐसा अहसास होता है तो जांच करानी चाहिए ताकि सही समय पर उपचार हो सके।
जब किसी को ब्रेन ट्यूमर हो जाता है तो उसके दिमाग की सोचने और समझने की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जिससे याददाश्त कमजोर हो जाती है।