दरअसल, पिछले दिनों पुलिस ने जनपद की एक पॉश कॉलोनी में स्थित एक मकान पर छापेमारी कर कोचिंग की आड़ में चल रहे सैक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इसमें एक युवती समेत तीन लोग मौके से गिरफ्तार हुए थे। तब इस मामले में कथित भाजपा नेता जितेंद्र चौधरी का नाम प्रकाश में आया था। इसके बाद इस नेता ने भी पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोशल मीडिया पर एसएसपी पर उगाही का आरोप लगाते हुए कई पोस्ट डाली थीं। आरोप है कि भाजपा नेता जितेंद्र चौधरी ने पुलिस पर दबाव बनाकर सैक्स रैकेट में पकड़ी गई युवती को छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और युवती समेत तीनों लोगों को जेल भेज दिया था।
जितेंद्र चौधरी के पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद भाजपा नेताओं ने अपना पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया था। भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेंद्र सैनी ने कहा था कि आरोपी का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं बुढ़ाना विधायक
उमेश मलिक ने कहा था कि वे जितेन्द्र को नहीं जानते। लेकिन, अब सदर विधायक कपिल देव अग्रवाल ने स्वीकारते हुए कहा है कि आरोपी जितेंद्र चौधरी हमारा कार्यकर्ता है।
गौरतलब है कि जितेंद्र चौधरी के शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग भाजपा नेताओं के साथ लगे हैं। वहीं एक कार्यक्रम में जितेन्द्र सदर विधायक कपिल देव अग्रवाल और विधायक उमेश मलिक के साथ अग्रिम पंक्ति में बैठा नजर आ रहा है। इतना ही नहीं निकाय चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में भी जितेन्द्र चौधरी मंच पर जिले के बड़े नेताओं के साथ मौजूद था। यह भी बता दें कि हाल ही में नववर्ष प्रतिपदा पर हुए आरएसएस के एक कार्यक्रम में भी जितेन्द्र विधायकों समेत सभी बड़े नेताओं के साथ गणवेश में शामिल हुआ था, लेकिन अब पकड़े जाने पर आरएसएस के पदाधिकारी भी इससे मुकर गए हैं।