बसपा नेता अब किसी के नहीं छुएंगे पैर, अभिवादन में कहेंगे जय भीम नवंबर में हुई है शादी भारतीय क्रिकेट टीम के उभरते हुए स्टार भुवनेश्वर कुमार मेरठ के रहने वाले हैं और अभी पिछले साल नवंबर में ही उनकी शादी हुई है। उन्होंने काफी कम समय में सफलता की सीढ़ियां पार की हैं। बल्कि अब तो भारतीय क्रिकेट टीम की कल्पना भी भुवनेश्वर के बिना करनी मुश्किल है। अब हम अापको बताते हैं कि उनकी सफलता के पीछे किसका हाथ है। भुवनेश्वर की सफलता के पीछे कोई और नहीं बल्कि उनकी बड़ी बहन है। उन्हीं के जज्बे की वजह से ही स्टार गेंदबाज ने कड़ी मेहनत कर हर बड़े बल्लेबाज को झुकने को मजबूर कर दिया है।
मिसाल: अब भारतीय रेलवे ने बच्चों के लिए शुरू की ऐसी योजना, जानकर तारीफ करेंगे आप इस तरह भार्इ को बनाया स्टार भुवनेश्वर के पिता किरनपाल सिंह बागपत में पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर थे और बागपत में तैनाती थी। उन्हें रेखा और भुवनेश्वर को अच्छी शिक्षा दिलानी थी, इसलिए उन्होंने 2002 में गंगानगर में मकान बनवा लिया। यहां पत्नी इंद्रेश, बेटी रेखा और बेटा भुवनेश्वर रहने लगे। पिता छुट्टियों में यहां आया करते थे। क्रिकेट का शौक भुवनेश्वर के साथ ही पिता और बहन को भी था, लेकिन माता को नहीं था। पिता के पास समय नहीं था। उस समय 13 साल की उम्र में भुवनेश्वर के क्रिकेट के प्रति बढ़ते शौक को देखकर रेखा ने उसे क्रिकेट सिखाने का फैसला किया। विक्टोरिया पार्क में उन दिनों काफी बच्चे क्रिकेट सीखते थे, तो वह भुवनेश्वर को भी वहां लेकर गई।
गजब- एनकांउटर से भी नहीं रुके अपराध तो पुलिस ने उठाया यह अनोखा कदम दिल्ली में है ससुराल भुवनेश्वर के कोच संजय रस्तोगी का कहना है कि जब भुवनेश्वर यहां आया था, तो उसमें काफी टैलेंट था। जब हमने सिखाना शुरू किया था, तो उसकी बहन उसकी प्रोग्रेस के बारे में लगातार डिस्कस करती थी और भुवनेश्वर से और मेहनत करने के लिए कहती थी। उसे क्रिकेट के सामान की जरूरत होती थी, तो अपने पैसों से दिलवा देती थी। अब भुवनेश्वर टीम इंडिया के सबसे बड़े बॉलर बन गए हैं, तो भी बहन उसे कड़ी मेहनत करने की सलाह देती है। रेखा की ससुराल दिल्ली में है। ऐसे में दिल्ली में जितने मुकाबलों में भुवनेश्वर खेले हैं, उन्हें रेखा स्टेडियम में जाकर जरूर देखती हैं।