भारत बंद के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के व्यापारी जीएसटी, एफडीआइ, मंडी शुल्क, सैंपलिंग, आयकर और ऑनलाइन ट्रेडिंग से परेशान हैं। जिसे लेकर व्यापारियों ने कई बार सरकार से गुहार लगाई लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं। भारत बंद को लेकर नोएडा और गाजियाबाद में भी व्यापारियों ने बिगुल फूंक दिया है। गाजियाबाद के व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन मार्केट के बाजार में आने से खुदरा व्यापारियों को पहले सेही नुकसान उठाना पड़ रहा है ऐसे में सरकार अब FDI के ततहत में विदेशी कंपनियों को न्योता दे रही है इससे व्यापार पर काफी बुरा असर पड़ेगा।
सरकार के इस कदम के विरोध में ही 28 तारीख को देश के सभी छोटे-बड़े बाजार पूरे दिनभर बंद रहेंगे। भारत बंद के दौरान किसी तरह का कारोबार नहीं किया जाएगा। वहीं बताया जा रहा है भारत बंद में देशभर में करीब 7 करोड़ छोटे व बड़े व्यापारी हिस्सा लेंगे।
आपको बता दें भारत बंद की शुरूआत सवर्णों ने किया, जिन्होंने SC/ST एक्ट के विरोध में 6 सितंबर को भारत बंद बुलाया था। ये बंद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार द्वारा SC/ST एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध को लेकर bharat band बुलाया गया था। जबकि दूसरा बंद 10 सितंबर को विपक्षी पर्टियों ने ने बुलाया था। ये बंद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस सहित तमाम दलों ने मोर्चा खोला था। वहीं अब इस महीने में तीसरी बार भारत बंद मोदी सरकार के खिलाफ ही व्यापारियों ने बुलाया है। अब देखना होगा की सरकार उनकी मांगों को पूरा करती है या नहीं।