यम द्वितीया के नाम भी मनाया जाता है यह पर्व नोएडा के सेक्टर-44 निवासी पंडित रामप्रवेश तिवारी का कहना है कि
bhai dooj का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इसको यम द्वितिया भी का जाता है। इसे दीपावली या दिवाली (Diwali) के बाद मनाया जाता है। उनका कहना है कि यम द्वितीया कहलाए जाने के कारण इस दिन यमराज की भी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन जो यमराज की पूजा करता है, वह अकाल मृत्यु को प्राप्त नहीं होता है।
Bhai Dooj पूजा का Shubh Muhurt पंडित रामप्रवेश तिवारी के अनुसार, इस बार 7 नवंबर 2018 को भाई दूज (Bhai Dooj) का त्योहार पड़ रहा है। इस दिन भाइयों का टीका करने का शुभ मुहूर्त 2 घंटे 17 मिनट का है। शुक्रवार को शुभ मुहूर्त दोपहर में 1.10 से शुरू होकर 3.27 बजे तक रहेगा।
भाई दूज की कथा कहा जाता है कि यमराज की बहन उनसे मिलने के लिए काफी व्याकुल थीं। इस दिन यम देवता ने अपनी बहन की इच्छा पूरी करते हुए उन्हें दर्शन दिए थे। यमुना ने अपने भाई की काफी आवभगत की थी, जिससे खुश होकर यम ने वरदान दिया था कि जो भाई-बहन एक साथ यमुना नदी में स्नान करेगें, उन्हें मुक्ति मिलेगी। बताया जाता है कि यमुना ने यम देवता को अन्नकूट का भोजन खिलाया था। इस वजह से इस दिन को यमद्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।