नोएडा। शरीर को नीरोग बनाने और आलस्य को दूर करने के लिए डॉक्टर रोज नहाने की सलाह देते हैं। इसे साफ-सफाई और बेहतर स्वास्थ्य से जोड़कर इसलिए भी देखा जाता है क्योंकि नहाने से शरीर से डेड सेल्स, पसीना और बैक्टीरिया हट जाता है। वहीं आयुर्वेद में भी रोज नहाने के कई फायदे बताए गए हैं। नोएडा के सेक्टर-135 में आयुर्वेदिक सेंटर चलाने वाले डॉ एस.डी त्यागी बताते हैं कि नहाने के बहुुत से लाभ हैं। लोगों को हर रोज स्नान करना चाहिए और इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखते हुए शरीर को तंदरुस्त व स्ट्रेस फ्री बनाया जा सकता है।
यह भी पढ़ेंं: गर्मियों के मौसम में न करें गुड़ का सेवन, नहीं तो हो सकती हैं ये समस्याएं डॉक्टर त्यागी बताते हैं कि व्यक्ति जब नहाता है तो पानी का तापमान चेक किए बिना वह सबसे पहले अपने सिर पर पानी डालता है। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। कारण, ऐसा करने से दिमाग की नसों को हानी पहुंच सकती है। इसके लिए सबसे पहले अपने पैरों पर पानी डालकर पानी का तापमान चेक करें। लोगों को गर्मा पानी से भी नहीं नहाना चाहिए। क्योंकि इससे त्वचा शुष्क बनी रहती है और गर्म पानी सिर और आंखों के लिए भी ठीक नहीं होता है।
वहीं अगर किसी व्यक्ति को स्ट्रेस है या बॉडी पेन है तो नहाते समय उसको सबसे पहले अपनी गर्दन पर पानी डालना चाहिए। इसके बाद सिर धोने से वेगस नर्व स्टिमुलेट होती है। इस नर्व के जरिए ही दिमाग शरीर के अन्य अंगों से जुड़ा होता है। जब यह नर्व स्टिमुलेट होती है तो शरीर के दर्द में राहत के साथ ही स्ट्रेस भी कम होता है।
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