नोएडा

हिंदू धर्म के अनुसार जानें अषाढ़ मास का महत्व, करेंगे इनकी पूजा तो मिलेगा अपार फल

अषाढ़ मास में करेंगे यह काम तो होगी अपार फल की प्राप्ति।

नोएडाJun 30, 2018 / 08:47 pm

Rahul Chauhan

नोएडा। हिन्दू पंचांग के मुताबिक अषाढ़ साल का चौथा महीना होता है। इसे आश्विन मास भी कहते हैं। यह संधि काल का महीना है। प्राचीन मान्यता के अनुसार इसी महीने से वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है। इस महीने में सबसे ज्यादा संक्रामक रोग फैलते हैं। इस महीने से वातावरण में थोड़ी सी नमी आनी शुरू हो जाती है। शास्त्रों की मान्यता के अनुसार इस महीने को कामना पूर्ति का महीना भी कहा जाता है। इस वर्ष आषाढ़ मास 29 जून से 27 जुलाई तक रहेगा।
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क्यों महत्वपूर्ण है आषाढ़ माह
नोएडा सेक्टर-135 निवासी अषाढ़ मास के पहले दिन किसी ब्राह्मण को खड़ाऊं, छाता, नमक तथा आंवले का दान करना शुभ माना जाता है। इसी महीने में श्री भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा भी निकाली जाती है। इस महीने में सूर्य और देवी की भी पूजा की जाती है। इस महीने में तंत्र और शक्ति उपासना के लिए ‘गुप्त नवरात्रि’ भी मनाई जाती है। इसी महीने से श्री हरि विष्णु शयनकाल में चले जाते हैं। जिससे अगले चार महीने तक शुभ कार्यों को करने पर रोक रहती है।
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आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का महान उत्सव भी मनाया जाता है। अषाढ़ के महीने में सबसे ज्यादा फलदायी उपासना गुरु की होती है। इसके अलावा देवी की उपासना भी शुभफलदायी देती है। श्री हरि विष्णु की उपासना से भी संतान प्राप्ति का वरदान मिलता है। इस महीने में जल देवता की उपासना से धन की प्राप्ति सरल हो जाती है। इस महीने में मंगल और सूर्य की उपासना अवश्य करें ताकि ऊर्जा का स्तर बना रहे। आषाढ़ के महीने में खान-पान में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? इस महीने में जल युक्त फल खाने चाहिए।
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क्या करें, क्या न करें
1. सौंफ, हींग और नींबू का प्रयोग लाभकारी होता है।
2. अषाढ़ में बेल बिलकुल भी न खाएं
3. जहां तक हो सके तेल वाली चीजें कम खाएं

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