बताया जाता है कि मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इसका प्लान तैयार कर लिया है। अगर ये संभव हुआ तो ऐसी ट्रेनें पीक आवर में कुछ स्टेशनों पर नहीं रुका करेंगी, जिससे इस मेट्रो में सफर करनेवालों का वक्त बच सकेगा। हालांकि,रेग्युलर चलनेवाली सर्विस पर इसका कोई असर नहीं होगा। रूटीन ट्रेनें हर स्टेशन पर रुकेंगी। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि स्पेशल मेट्रो किन स्टेशन्स पर नहीं रुकेंगी। अपनी सर्विस को बेतर बनाने के लिए NMRC ने एक प्रश्नावली तैयार की है। इसे इस रूट पर सफर करने वालों से भरवाया जा रहा है। प्लान के मुताबिक, शुरुआत में ऐसी ट्रेन्स हर 12 मिनट के गैप पर चलेंगी, लेकिन जरूरत के हिसाब से इसे 8 से 10 मिनट भी किया सकता है।
NMRC की प्रश्नावली में पूछे गए हैं ये सवाल
NMRC की प्रश्नावली में पूछा गया है कि आप ऐक्वा लाइन का कितना इस्तेमाल करेंगे। क्या उनके लिए एक्सप्रेस सर्विस का कुछ फायदा होगा। इसके साथ ही यह भी पूछा गया है कि आप किस वक्त ट्रैवल करना पसंद करते हैं। इनका जवाब 12 नवंबर तक मांगा गया है। इस प्रश्नावली के मुताबिक पीक आवर का मतलब सुबह 8 से दोपहर 12 और शाम 5 से रात 9 तक है। इस सर्वे की मदद से ही NMRC फीडर बसों के रूट और टाइम तय करेगी। इस मामले में NMRC के कार्यकारी निदेशक पीडी उपाध्याय ने कहा कि फिलहाल NMRC को 8 मेट्रो ट्रेनें मिल चुकी हैं। बाकी मुंबई के मुंड्रा स्टेशन आ गई हैं। यानी अक्टूबर के आखिरी हफ्ते तक NMRC के पास 11 ट्रेन हो जाएंगी। गौरतलब है कि ऐक्वा लाइन के इस दिवाली पर शुरू हो जाने की संभावना है।
आप भी ले सकते हैं सर्वे में हिस्सा
NMRC की सेवा में सुधार के लिए अाप भी अपनी राय दे सकते हैं। इसके लिए आपको www.nmrcnoida.com पर जाना होगा। यहां NMRC ने कुल 15 सवाल पूछे हैं। इसमें पूछे गए सवालों का जवाब देना। दरअसल, NMRC इसका एक रिकार्ड तैयार कर रहा है। इससे यह पता चल सकेगा कि ऐक्वा लाइन में कितने मुसाफिर सफर कर सकते हैं। इसी के अनुसार ट्रेनों के फेरे भी तय किए जा सकते हैं।