ठाकुर वोट बैंक के लिए मिल सकते है टिकट इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि सपा की नजर ठाकुर वोट बैंक पर है और गौतमबुद्ध नगर ठाकुर बाहुल्य है वहीं अमरोहा लोकसभा के अंतर्गत मदन चौहान का गढ़ यानी गढ़मुक्तेश्वर आने के चलते इन दोनों से मदन चौहान को टिकट देने की बात कही जा रही है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद से अनुमान लगाया जा रहा है कि मदन चौहान को ऐसी सीट से टिकट दिया जाएगा जो ठाकुर बाहुल्य व बसपा-कांग्रेस के वोट बैंक को भी अपनी ओर ले आए।
सपा नेता अशोक चौहान ने बताया कि पार्टी की तरफ से मदन चौहान को गौतमबुद्ध नगर व अमरोहा सीट से टिकट देने की बात कही जा रही है। इसके लिए इनका नाम भेजा गया है। हालांकि अभी टिकट मिलने की पुष्टी पूर्ण रूप से नहीं की जा सकती।
ठाकुर अमर सिंह के रहे खास गौरतलब है कि भाजपा का मजबूत गढ़ कहे जाने वाली गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा सीट पर मदन चौहान ने 2002 में भाजपा के निवर्तमान विधायक राम नरेश रावत को पराजित कर सीट भाजपा से छीनी थी। वहीं 2007 में दूसरी बार विधायक बनने के बाद वह ठाकुर अमर सिंह के करीबी हो गए। हालांकि गत लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी ने अमर सिंह के सिर फोड़ कर उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इसके कुछ दिन बाद मदन चौहान को भी अमर सिंह के करीबी मानते हुए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
VIDEO: दूल्हे ने उठाया एेसा कदम घर से बारात की जगह निकली पार्टी में की थी शानदार वापसी इसके बाद 2012 विधानसभा चुनाव में
मुलायम सिंह यादव ने गढ़ विधानसभा क्षेत्र पर जातीय गणित बैठाते हुए गुर्जर समाज के रविन्द्र चौधरी का टिकट घोषित कर दिया। हालांकि सपा से निलंबित चल रहे मदन चौहान ने अमर सिंह की पार्टी से चुनाव न लड़कर चुनाव से पहले ही सपा में जोरदार वापसी की और पूर्व में घोषित रविंद्र चौधरी के टिकट को कटाकर अपना टिकट घोषित कराया। इसके बाद उन्होंने चुनाव में बसपा के हाजी शब्बन को करारी शिकस्त देते हुए तीसरी बार शानदार जीत दर्ज की थी। इस शादनदार जीत के बाद अखिलेश ने उन्हें पार्टी में राज्य मंत्री बनाया था।