मॉल स्टाफ पर एक परिवार को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने का आरोप, पीड़िता ने फेसबुक बयां की खौफ की दास्तां, Video
नोएडा सेक्टर- 18 स्थित डीएलएफ मॉल के स्नो वर्ल्ड का मामला
फेसबुक यूजर प्रियंका गुप्ता ने अपनी फेसबुक वॉल पर वीडियो के साथ डाला पोस्ट
पुलिस चौकी इंचार्ज बोले- दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से सुलझाया मामला
मॉल स्टाफ पर एक परिवार को बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने का आरोप, पीड़िता ने फेसबुक बयां की खौफ की दास्तां, Video
नोएडा. शहर के डीएलएफ मॉल में एक परिवार के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है कि मॉल के स्नो वर्ल्ड में एक परिवार को बेरहमी से स्टाफ ने पीटा है। इस संबंध प्रियंका गुप्ता नाम की युवती ने फेसबुक पर पोस्ट किया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है। जब इस मामले को लेकर डीएलएफ मॉल के चौकी इंचार्ज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह का मामला हुआ था, लेकिन दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामले को सुलझा लिया है। इस मामले की रिपोर्ट पुलिस से नहीं की गई है।
दरअसल, एक फेसबुक यूजर प्रियंका गुप्ता ने अपनी फेसबुक वॉल पर वीडियो के साथ एक पोस्ट लिखा है, जो तेजी से वायरल हो रहा है। प्रियंका गुप्ता ने लिखा है कि वह 17 जून को अपने परिवार के साथ डीएलएफ मॉल के स्नो वर्ल्ड में गई थी। जब वह वहां से लौट रहे थे तो स्नो वर्ल्ड के कर्मचारियों ने उनके परिवार को घेर लिया। जब उसने इसका कारण पूछा तो उन्होंने मुझे और बच्चों को दूर जाने के लिए कहा और हंसने लगे। इसके बाद उन्होंने मेरे भाई और जीजा जी के साथ मारपीट की। इसके बाद स्नो वर्ल्ड का प्रबंधक आया और उल्टा हम पर ही चिल्लाने लगा। उसने हमें यह कहते हुए धमकी भी दी कि किसी को भी फोन कर लो।
इस दौरान में जीजा जी के सिर पर चोट लग गई, लेकिन इसके बावजूद वह मामले को शांत करने का प्रयास कर रहे थे। वहां हमारी सुनने को कोई तैयार नहीं था। इसी बीच कुछ और स्टाफ पहुंच गया। इसके बाद करीब 25-30 लोगों के समूह ने हमारे साथ मारपीट की। इस हमले से परिवार के कई सदस्यों को बुरी तरह से चोट लगी थी और हमें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया गया था। इस दौरान हमने रोते हुए उनसे छोड़ने का निवेदन भी किया, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। किसी तरह परिवार के कुछ सदस्य बाहर निकल गए, लेकिन बाकी लोगों को उन्होंने बंधक बनाते हुए धमकी दी कि जो लोग बाहर गए हैं उन्हें वापस लाओ।
प्रियंका के मुताबिक, बाहर निकले सदस्य ने डीएलएफ मॉल की सिक्योरिटी और मैनेजर को फोन किया। इसके बाद वे आए और बाकी सदस्यों को पुलिस चौकी लाने में मदद की। हमने घटना का सीसीटीवी फुटेज मांगी तो मॉल मैनेजर और पुलिसकर्मियों ने यह कहते हुए साझा करने से इनकार कर दिया कि फुटेज के लिए आईटी के लोगों को बुलाना पड़ेगा। वहां हमें इस मामले को सुलझाने और अपनी कार को वापस ले जाने में लगभग 3 घंटे लग गए।
प्रियंका ने लिखा है कि यदि यह हमारे साथ हो सकता है तो किसी के साथ भी हो सकता है। हम इससे इतने भयभीत और सदमे में हैं कि हम कभी भी ऐसी जगह पर जाने के लिए किसी से भी सिफारिश नहीं करेंगे। प्रियंका की यह पोस्ट अब तेजी से वायरल हो रही है। लोग इस घटना को दुखद बताते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में जब हमने पुलिस चौकी इंचार्ज से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह मामला सामने आया है, लेकिन पीड़ित पक्ष की ओर से कोई केस दर्ज नहीं कराया गया है। दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामले को सुलझा लिया है।