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दरअसल नोएडा के अस्पताल में नर्स का काम करने वाली युवती ने मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया। जिसके कुछ दिन बाद ही तरुण शर्मा नाम के शख्स ने उससे संपर्क किया और नर्स और उसके परिवारवालों को अपने झांसे में ले लिया। जानकारी के मुताबिक तरुण शर्मा नाम के आरोपी ने 2017 में खुद को एक ऑनलाइन पोर्टल वेबसाइट का मालिक बताते हुए शादी डॉट कॉम पर प्रोफाइल बनाई। इसके बाद बतौर स्टाफ नर्स की जॉब करने वाली एक युवकी की प्रोफाइल को देखकर उससे संपर्क किया। बातचीत करते हुए तरुण को पता चला कि आरती की मां सरकारी नौकरी करती हैं और उसके परिवार को झांसे में लेने के लिए बिना दहेज के ही शादी का प्रस्ताव दे दिया। साथ में यह भी बताया कि उसके माता-पिता की 2010 में सड़क हादसे में मौत हो गई थी और चाचा-चाची परेशान करते हैं, इसलिए वह अपनी बहन के साथ रहता है। इसके बाद उसने 10 रुपए के स्टांप पेपर पर दहेज नहीं लेने की बात कहकर विश्वास भी जीत लिया। स्टांप पेपर पर लिखा था कि वह दहेज नहीं लेगा और सिर्फ शगुन के तौर पर एक अंगूठी और एक जोड़े कपड़े ले लेगा।
दरअसल नोएडा के अस्पताल में नर्स का काम करने वाली युवती ने मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया। जिसके कुछ दिन बाद ही तरुण शर्मा नाम के शख्स ने उससे संपर्क किया और नर्स और उसके परिवारवालों को अपने झांसे में ले लिया। जानकारी के मुताबिक तरुण शर्मा नाम के आरोपी ने 2017 में खुद को एक ऑनलाइन पोर्टल वेबसाइट का मालिक बताते हुए शादी डॉट कॉम पर प्रोफाइल बनाई। इसके बाद बतौर स्टाफ नर्स की जॉब करने वाली एक युवकी की प्रोफाइल को देखकर उससे संपर्क किया। बातचीत करते हुए तरुण को पता चला कि आरती की मां सरकारी नौकरी करती हैं और उसके परिवार को झांसे में लेने के लिए बिना दहेज के ही शादी का प्रस्ताव दे दिया। साथ में यह भी बताया कि उसके माता-पिता की 2010 में सड़क हादसे में मौत हो गई थी और चाचा-चाची परेशान करते हैं, इसलिए वह अपनी बहन के साथ रहता है। इसके बाद उसने 10 रुपए के स्टांप पेपर पर दहेज नहीं लेने की बात कहकर विश्वास भी जीत लिया। स्टांप पेपर पर लिखा था कि वह दहेज नहीं लेगा और सिर्फ शगुन के तौर पर एक अंगूठी और एक जोड़े कपड़े ले लेगा।
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पीड़ित युवती के मुताबिक तरुण शर्मा के झांसे में आकर उनकी मां ने शादी के लिए सहमति दे दी। इसके बाद नोएडा में 18 अप्रैल 2017 को शादी हो गई। दोनों सेक्टर-71 के एक फ्लैट में रहने लगे। इसके 15 दिन बाद ही उसकी कथित बहन अचानक किसी लड़के के साथ घर छोड़कर चली गई। इसके बाद तरुण ने बताया कि उसकी बहन को ब्लैकमेल किया जा रहा है इसलिए वो सेक्टर-34 में शिफ्ट हो गया। हालाकि कुछ दिन बाद वह अपनी बहन को वापस ले आया और फिर मां को रिटायरमेंट में मिलने वाले पैसे को निवेश कराने के नाम पर नोएडा में ही प्लॉट दिलाने का झांसा दिया। एक महीने बाद ही उसने प्लॉट दिखाया और भरोसा जितने के लिए खुद से ही साढ़े 3 लाख रुपए बयाना देने की बात कही। प्लॉट के लिए 40 लाख रुपए देने के लिए 3 अलग-अलग चेक पर साइन करा लिए और फिर उसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। उसकी ये जालसाजी के बारे में जब तक पता चल पाता वह अपनी कथित बहन के साथ घर से सभी कीमती सामान व कार लेकर 14 सितंबर 2017 को फरार हो गया।
पीड़ित युवती के मुताबिक तरुण शर्मा के झांसे में आकर उनकी मां ने शादी के लिए सहमति दे दी। इसके बाद नोएडा में 18 अप्रैल 2017 को शादी हो गई। दोनों सेक्टर-71 के एक फ्लैट में रहने लगे। इसके 15 दिन बाद ही उसकी कथित बहन अचानक किसी लड़के के साथ घर छोड़कर चली गई। इसके बाद तरुण ने बताया कि उसकी बहन को ब्लैकमेल किया जा रहा है इसलिए वो सेक्टर-34 में शिफ्ट हो गया। हालाकि कुछ दिन बाद वह अपनी बहन को वापस ले आया और फिर मां को रिटायरमेंट में मिलने वाले पैसे को निवेश कराने के नाम पर नोएडा में ही प्लॉट दिलाने का झांसा दिया। एक महीने बाद ही उसने प्लॉट दिखाया और भरोसा जितने के लिए खुद से ही साढ़े 3 लाख रुपए बयाना देने की बात कही। प्लॉट के लिए 40 लाख रुपए देने के लिए 3 अलग-अलग चेक पर साइन करा लिए और फिर उसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। उसकी ये जालसाजी के बारे में जब तक पता चल पाता वह अपनी कथित बहन के साथ घर से सभी कीमती सामान व कार लेकर 14 सितंबर 2017 को फरार हो गया।
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घर छोड़ने से पहले तरूण अपना एक-एक सामान और कागजात लेकर फरार हुआ था। लेकिन एक मेमोरी कार्ड से उसके कारनामों का सुराग मिल गया। जिसमें उसके काले चिट्ठे बाहर आ गए नर्स से पहले उसने चंडीगढ़ में भी एक लड़की के साथ शादी की है। जिसकी फोटों मेमोरी कार्ड में मौजूद है। इतनी ही नहीं उसके मां-बाप भी जीवित हैं और फिलहाल बुंलदशहर में रहते हैं।
घर छोड़ने से पहले तरूण अपना एक-एक सामान और कागजात लेकर फरार हुआ था। लेकिन एक मेमोरी कार्ड से उसके कारनामों का सुराग मिल गया। जिसमें उसके काले चिट्ठे बाहर आ गए नर्स से पहले उसने चंडीगढ़ में भी एक लड़की के साथ शादी की है। जिसकी फोटों मेमोरी कार्ड में मौजूद है। इतनी ही नहीं उसके मां-बाप भी जीवित हैं और फिलहाल बुंलदशहर में रहते हैं।
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उसने चंडीगढ़ की एक लड़की को शादी का झांसा देकर उसने जो उसे साड़ी पहनाकर फोटो खिंचवाई थी उसी साड़ी को तरुण ने आरती को मुंह दिखाई में दी थी। जिसे वह अपनी बहन बताता था दरअसल उसके वह देहरादून से 2007 में ही लेकर भाग आया था। यही नहीं, उसके माता-पिता के साथ भी फोटो मिल गई। इस बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि उसके माता-पिता दोनों जीवित हैं और बुलंदशहर में रहते हैं। चंडीगढ़ में कई लड़कियों से शादी के नाम पर ठगी की और फिर 50 से ज्यादा लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ठगककर फरार हो गया। यहां से लोगों ने तरुण व उसकी कथित बहन को वॉन्टेड बताते हुए 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है। तरुण शर्मा इसके खिलाफ नर्स आरती की शिकायत पर सेक्टर-24 में पुलिस ने एफआईआर दर्ज है। जिसके आधार पर गिरफ्तार करने की पुलिस टीम लगाई गई है।
उसने चंडीगढ़ की एक लड़की को शादी का झांसा देकर उसने जो उसे साड़ी पहनाकर फोटो खिंचवाई थी उसी साड़ी को तरुण ने आरती को मुंह दिखाई में दी थी। जिसे वह अपनी बहन बताता था दरअसल उसके वह देहरादून से 2007 में ही लेकर भाग आया था। यही नहीं, उसके माता-पिता के साथ भी फोटो मिल गई। इस बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि उसके माता-पिता दोनों जीवित हैं और बुलंदशहर में रहते हैं। चंडीगढ़ में कई लड़कियों से शादी के नाम पर ठगी की और फिर 50 से ज्यादा लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ठगककर फरार हो गया। यहां से लोगों ने तरुण व उसकी कथित बहन को वॉन्टेड बताते हुए 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है। तरुण शर्मा इसके खिलाफ नर्स आरती की शिकायत पर सेक्टर-24 में पुलिस ने एफआईआर दर्ज है। जिसके आधार पर गिरफ्तार करने की पुलिस टीम लगाई गई है।
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नोएडा एसएसपी अजयपाल शर्मा ने बताया कि इन दोनों के खिलाफ 2011 से लेकर अब तक मेरठ, चंडीगढ़ और नोएडा में फर्जीवाड़े के मामले दर्ज हो चुके हैं। नोएडा सेक्टर-24 थाने में 23 सितंबर 2017 में भी फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। लेकिन अब देखना होगा की पुलिस कब तक आरोपी को गिरफ्तार करती है।
नोएडा एसएसपी अजयपाल शर्मा ने बताया कि इन दोनों के खिलाफ 2011 से लेकर अब तक मेरठ, चंडीगढ़ और नोएडा में फर्जीवाड़े के मामले दर्ज हो चुके हैं। नोएडा सेक्टर-24 थाने में 23 सितंबर 2017 में भी फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। लेकिन अब देखना होगा की पुलिस कब तक आरोपी को गिरफ्तार करती है।