यह भी पढ़ें- मुंह की लार से कोरोना संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा, दंत चिकित्सकों के लिए एडवायजरी जारी डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि कोरोना संकट के कारण गौतमबुद्ध नगर जिले में बड़ी संंख्या में श्रमिक और विद्यार्थी फंसे हुए थे। वे अपने घर जाने के इच्छुक थे। उन्होंने पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उन लोगों को उनके गृह जनपद भेजने के लिए दादरी और दनकौर से 25 ट्रेनों की व्यवस्था की गई। इसके अलावा 540 बसों के माध्यम से भी लोगों को उनके घर भेजा गया।
डीएम ने बताया कि यह प्रक्रिया अभी जारी है, जो प्रवासी श्रमिक और विद्यार्थी मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर रजिस्ट्रेशन कराएंगे। उन्हें उनके गृह जनपद भेजने की व्यवस्था की जाएगी। प्रशासन का मकसद लोगों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने का है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों और बसों में सवार होने से पहले सभी की सेहत की जांच की जा रही है। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए भेजा जा रहा है। प्रशासन की ओर से उनके लिए खाने और पीने का भी इंतजाम किया जा रहा है।